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जन उम्मीदों और जरूरतों के हिसाब से बनीं योजनाएं धरातल पर उतार रही सरकार 

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-मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने साहिबगंज जिले के बरहेट प्रखंड स्थित हिसाघुट्टू में आयोजित कार्यक्रम में 28 योजनाओं का किया उद्घाटन-शिलान्यास।  
-विभिन्न योजनाओं के 120 लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का किया विवरण।  
-रोजगार सृजन सरकार की विशेष प्राथमिकता, स्वरोजगार के लिए शुरू की गई कई योजनाएं। 

द फॉलोअप टीम, साहिबगंज:
यह आपकी सरकार है। आपकी आकांक्षाओं, उम्मीदों और जरूरतों को ध्यान में योजनाएं बनाकर उसे धरातल पर उतारने का काम किया जा रहा है। अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक, पिछड़ा वर्ग, महिला, बुजुर्ग और युवाओं समेत सभी तबके और वर्ग के लोगों का कल्याण और विकास सरकार की प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आज साहिबगंज जिले के बरहेट प्रखंड स्थित छूछी पंचायत के हिसाघुट्टू मैदान में योजनाओं के उद्घाटन शिलान्यास और लाभुकों के बीच परिसंपत्ति वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ये बातें कही। उन्होंने कहा कि गांव में जिस तरह लोग रह रहे हैं, उसी हिसाब से योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है ताकि हमारी समृद्ध परंपरा  भी बची रहे और  जीवन यापन भी सामान्य तरीके से चलता रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार कि जो विकास और कल्याणकारी योजनाएं हैं, उसका लाभ हर किसी को मिलना चाहिए। योजनाओं का ग्रामीण स्तर पर व्यापक प्रचार प्रसार किया जाना चाहिए।  जिला प्रशासन गांव और पंचायतों में बैठक कर लोगों को योजनाओं की जानकारी दें और उसका लाभ दिलाना सुनिश्चित करें।

 

 

 

कोरोना की कम हुई रफ्तार,  विकास की तेज हो रही धार 

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले  ड़ेढ साल से ज्यादा समय से देश -दुनिया कोरोना महामारी को झेल रही है। झारखंड भी इससे अछूता नहीं है। इस महामारी ने पूरी व्यवस्था को अस्त-व्यस्त कर दिया। देशभर में लाखों लोगों की जान चली गई। इन सबके बीच हमारी सरकार ने बेहतर प्रबंधन कर कोरोना को नियंत्रित करने में काफी हद तक कामयाबी हासिल की है। खासकर कोविड-19 की वजह से लागू लॉकडाउन के दौरान हमने दूसरे प्रदेशों में फंसे अपने मजदूर भाइयों को हवाई जहाज, ट्रेन और बस से वापस लाने का काम किया। इसके साथ उनके लिए ना सिर्फ मुफ्त भोजन की व्यवस्था की गई बल्कि उनके रोजगार के लिए कई योजनाएं भी शुरू की गई। इसी का नतीजा है कि हमारे राज्य में एक भी व्यक्ति की मौत भूख से नहीं हुई। उन्होंने कहा कि अब कोरोना की रफ्तार कम हुई है। ऐसे में विकास की धार तेज की जा रही है। नई योजनाएं और नीतियां बनाई जा रही है, ताकि राज्यवासियों को उसका पूरा लाभ मिल सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना का खतरा अभी पूरी तरह नहीं टला है। ऐसे में सतर्क रहें और सावधानी बरतें। इसके लिए आप टीका जरूर लें।

 

युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना विशेष प्राथमिकता 

मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार सृजन सरकार की विशेष प्राथमिकता है। एक ओर सरकारी विभागों में नियुक्ति प्रक्रिया तेज की जा रही है, तो दूसरी ओर स्वरोजगार के लिए कई योजनाएं बनाई गई हैं और उसका तेजी से क्रियान्वयन हो रहा है। मौके पर सांसद विजय हांसदा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव  राजीव अरुण एक्का, मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद, संथाल परगना के आयुक्त चंद्र मोहन कश्यप, डीआईजी सुदर्शन प्रसाद मंडल, उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

 

योजनाओं से जुड़ें ग्रामीण 

बिरसा हरित ग्राम योजना, नीलाम्बर पीताम्बर जल समृद्धि योजना, शहीद पोटो हो खेल विकास योजना, फूलो झानो आशीवार्द योजना और मुख्यमंत्री पशुधन योजना जैसी कई कल्याणकारी योजनाएं सरकार ने शुरू की है। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे इन योजनाओं से जुड़े और पूरा लाभ उठाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों का राशन कार्ड नहीं है, उन्हें सरकार ने हरा राशन कार्ड उपलब्ध कराया। स्कूलों में बच्चों को अब सप्ताह में 6 दिन अंडा देने का सरकार ने निर्णय लिया है, वही 60 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को पेंशन मिलेगा।

 

कई योजनाओं की दी सौगात 

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में 1875. 74 रुपए की लागत से 28 योजनाओं का उद्घाटन- शिलान्यास किया। इसमें 1845.53  लाख रुपए की 27 योजनाओं का शिलान्यास और 30. 21 लाख रुपए की एक योजना का उद्घाटन शामिल है। इस मौके पर उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं के 120 लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण किया।