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 कोयलांचल विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह में वर्चुअली शामिल हुए मुख्यमंत्री और राज्यपाल 

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द फॉलोअप टीम, रांची:

 

बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह के आयोजन पर गुरुवार को मुख्यमंत्री और राज्यपाल वर्चुअली शामिल हुए। इस मौके पर राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि प्रसन्नता है लेकिन ये प्रसन्नता तब और अधिक होती जब संक्रमण की विषम परिस्थितियां नहीं होती और मैं अपने प्यारे छात्र-छात्राओं के बीच शारीरिक तौर पर मौजूद रहता। दीक्षांत समारोह के दिन विद्यार्थियों के चेहरे पर मुस्कान, उमंग एवं उत्साह का क्षण दीक्षांत समारोह की गरिमा को और बढ़ा देता है। विश्वविद्यालय ज्ञान के केन्द्र होते हैं, हमारे शिक्षण संस्थान भविष्य को गढ़ते हैं। राज्यपाल ने कहा ज्ञान और सूचना तकनीक के विभिन्न आयामों के जरिये ही हम विकास की गति को तीव्र कर सकते हैं। 


शहीदों के सम्मान में शिक्षण संस्थान 

दीक्षांत समारोह में छात्र;छात्राओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड राज्य का कोयलांचल सिर्फ कोयला और लोहा के लिए ही नहीं, बल्कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए जाना जाएगा और नई ऊंचाइयों को स्थापित करेगा। आज दीक्षांत समारोह में उपाधि प्राप्त कर रहे सभी छात्र-छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं। झारखण्ड के वीर शहीदों के सम्मान में शिक्षण संस्थान स्थापित किये जा रहे हैं। ऐसे ही झारखंड के उत्थान के लिए समर्पित स्वर्गीय बिनोद बिहारी महतो जी की याद और उनके सम्मान में बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल यूनिवर्सिटी छात्रों को समर्पित किया गया है। आने वाले दिनों में सभी प्रमंडलों में स्थापित हो रहे यूनिवर्सिटी, कॉलेज और शिक्षण संस्थान झारखण्ड के बच्चों को बेहतर अवसर प्रदान करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा शिक्षा के क्षेत्र में राज्य के छात्र उच्च स्थान प्राप्त कर रहें हैं, इसका श्रेय शिक्षकों, स्कूल और कॉलेज के प्रबंधन को जाता है। 

शिक्षा को लेकर योजनाएं, संक्रमण काल ने रोका 
इस मौके पर मुख्यमंत्री भी वर्चुअली मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि झारखंडके छात्र-छात्राओं को अच्छी शिक्षा प्रदान करने के लिए कई योजनाएं हैं लेकिन कोरोना के संक्रमण में के शिक्षा काफी हद तक प्रभावित हुआ है। संक्रमण की गति धीमी होते ही जीवन को फिर से सामान्य बनाकर योजनाओं को गति दी जाएगी।  बेहतर शिक्षा की कार्य योजना के लिए सभी यूनिवर्सिटी के कुलपतियों के साथ राज्य सरकार जल्द चर्चा करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्व विभाग की समीक्षा के दौरान यह पता चला कि राज्य में अमीन की पढ़ाई नहीं के बराबर कराई जा रही है। इसके बाद इस क्षेत्र में पढ़ाई करने की इच्छा रखने वाले छात्रों को अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से इस कोर्स को शुरू करने का निदेश दिया। बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल यूनिवर्सिटी के कुलपति से आग्रह है। विश्वविद्यालय में अमीन का कोर्स शुरू करें। 

छात्रों की बेहतरी के लिए छात्रवृति शुरू हुई 
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के अनुसूचित जनजाति के छात्रों को उच्च शिक्षा देने के उद्देश्य से मरङ गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना शुरू की गई है। छात्रों की पढ़ाई का पूरा खर्च सरकार उठायेगी। वर्तमान में योजना सीमित दायरा में शुरू किया गया है। छात्रों के रुझान के अनुसार इस योजना का दायरा आने वाले समय में बढ़ाया जाएगा। छात्रों के रहने के लिए छात्रावास  बनाए जा रहे हैं। सैकड़ों की संख्या में जो जर्जर छात्रावास हैं, उन्हें पुनर्जीवित किया जा रहा है। करीब 500 ऐसे छात्रावासों को सुसज्जित करने का कार्य प्रारंभ हुआ है। संक्रमण का दौर घटते ही यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा। सरकार संक्रमण की चुनौती को स्वीकार करते हुए बेहतर शिक्षा व्यवस्था स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है।