द फॉलोअप टीम, डेस्क:
सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड सहित कई स्टेट बोर्ड्स ने 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं रद्द कर दी। पीएम मोदी ने इसकी घोषणा करते हुए कहा था कि अंतरिम अंकों के आधार पर छात्रों का मूल्यांकन किया जायेगा और उसी हिसाब से परिणामों की घोषणा की जायेगी। सवाल अब भी वही है कि मूल्यांकन कैसे किया जाएगा। इस बार की मार्कशीट कैसी होगी। विदेश पढ़ने जाने वाले परीक्षार्थी समय से पहले अपना रिजल्ट कैसे जमा करवा पायेंगे। दिल्ली यूनिवर्सिटी सहित बाकी कॉलेजों या विश्वविद्यालय में दाखिले का नियम क्या होगा। इन सभी सवालों का जवाब आपको इस स्टोरी में मिलेगा।
सीबीएसई के सचिव अनुराग ठाकुर ने दी जानकारी
सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने समाचार एजेंसी बीबीसी को एक साक्षात्कार दिया है। इसमें उन्होंने परीक्षार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों के मन में उठ रहे तमाम सवालों का जवाब दिया है। अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि मार्कशीट में कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है। जैसे विगत वर्षों में प्रति विषय 100 अंक के आधार पर मूल्यांकन होता था इस बार भी वैसा ही किया जायेगा। उन्होंने कहा कि छात्रों को पूर्व सूचना दिए बिना मार्कशीट में किसी तरह का बदलाव न्यायसंगत नहीं होगा। सीबीएसई सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि मार्कशीट पहले जैसा ही होगा और उसका महत्व भी।
12वीं बोर्ड के लिए फिलहाल ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया नहीं
बीबीसी से बातचीत में अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि 10वीं बोर्ड की तरह 12वीं बोर्ड में ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया फिलहाल तय नहीं किया गया है। पहले इसके लिए एक कमिटी बनाई जाएगी। इसमें तकरीबन 2 हफ्ता लगेगा। उन्होंने कहा कि जिन विषयों में प्रैक्टिकल होता है उसके 30 नंबर वैसे भी स्कूल की तरफ से दिया जाता है। जिनमें प्रैक्टिल नहीं होता उनमें से 20 नंबर स्कूल से ही दिया जाता है। उन्होंने कहा कि बाकी के सत्तर या अस्सी फीसदी नंबर साल भर होने वाली इंटरनल परीक्षा, यूनिट टेस्ट और प्री बोर्ड परीक्षा के आधार पर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि छात्रों को ये पूरा न्यासंगत लगेगा इसकी भरोसा बोर्ड उन्हें दे रहा है। मूल्यांकन ठीक से होगा।
सीबीएसई नहीं जारी करेगा टॉपर्स स्टूडेंट की लिस्ट
अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि इस साल भी विगत वर्ष की तरह टॉपर्स की सूची जारी नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि कई परीक्षार्थियों के एक जैसे ही नंबर आते हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि नंबरों की रेस को बंद करने के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने ये कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि प्री बोर्ड, मिड टर्म, यूनिट टेस्ट, इंटरनल और प्रैक्टिकल को मिलाकर परिणाम तैयार होगा तो कोई ना कोई विद्यार्थी ऐसा होगा जो 100 फीसदी नंबर हासिल करेगा। उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में भी ऐसा होता आया है। कुछ विद्यार्थियों को 1 विषय में पूरे अंक मिलते हैं तो किसी को 2 विषय में। उन्होंने कहा कि किसी ना किसी के साथ ऐसा होगा जिसे पूरे अंक हासिल होंगे। अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि इस वर्ष भी
कॉलेजों और यूनिवर्सिटी के संपर्क में है सीबीएसई
सीबीएसई सचिव ने कहा कि दाखिला की उलझनों को लेकर भी सीबीएसई दिल्ली विश्वविद्यालय सहित कई अन्य कॉलेज और यूनिवर्सिटी के संपर्क में है। उन्होंने कहा कि परीक्षा होगी या नहीं इसका निर्णय काफी पहले ले लिया गया है। इससे आसानी होगी। परीक्षा परिणाम घोषित करने के लिए हमारे पास पर्याप्त समय होगी। पुर्नमूल्यांकन के लिए भी वक्त होगा। उसी आधार पर यूनिवर्सिटी में दाखिला होगा। इस बीच दिल्ली विश्वविद्यालय ने कहा है कि अंडर ग्रेजुएशन के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित की जायेगी वहीं जेएनयू ने भी कहा है कि प्रवेश परीक्षा होगी।