द फॉलोअप टीम, अलीगढ़
हाथरस कांड में आए सियासी उबाल और कई सवालों के बीच इस केस की जांच अब सीबीआई करेगी। केंद्रीय कार्मिक विभाग (डीओपीटी) ने जांच को लेकर नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। रविवार को सीबीआई की गाजियाबाद ब्रांच ने अपने यहां हाथरस की घटना के संबंध में एक मामला दर्ज कर लिया है। सीबीआई ने चारों आरोपियों के खिलाफ हत्या और गैंगरेप की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। लखनऊ स्थित जोनल कार्यालय की निगरानी में गाजियाबाद शाखा मामले की जांच करेगी।
सीबीआई जांच की सिफारिश का नोटिफिकेशन जारी
विपक्ष के हमलों के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी और अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी को पीड़िता के परिवार से मिलने भेजा था। दोनों अफसरों की रिपोर्ट के आधार पर सीएम ने सीबीआई जांच करवाने की सिफारिश भेजने के निर्देश दिए थे। विपक्षी नेताओं ने सवाल उठाए कि सीबीआई जांच की सिफारिश नहीं भेजी गई। अब नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है।
29 सितंबर को पीड़िता ने दिल्ली में तोड़ा दम
19 साल की दलित नाबालिग लड़की के साथ 14 सितंबर को कथित तौर पर गैंगरेप और मारपीट हुई थी। हालांकि, यूपी पुलिस का कहना है कि मेडिकल रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं हुई है। शुरू में पीड़िता का अलीगढ़ में इलाज हुआ, लेकिन हालत में सुधार नहीं होने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में शिफ्ट किया गया। वहां इलाज के दौरान 29 सितंबर को पीड़िता ने दम तोड़ दिया।
'आरोपियों ने मनगढ़ंत कहानी गढ़ी'
योगी सरकार ने इस कांड की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। इसके अलावा सीबीआई जांच की भी सिफारिश की है। अब आरोपियों का दावा है कि लड़की को उसी के भाई और मां ने मारा-पीटा था और बाद में उसकी मौत हो गई। दूसरी ओर पीड़ित परिवार ने इसे आरोपियों का हथकंडा और मनगढ़ंत कहानी करार दिया है।
आरोपी के वकील ने ऑनर किलिंग का दावा किया
इधर, शनिवार को अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में वरिष्ठ वकील एपी सिंह ने चारों आरोपियों के परिजन से मुलाकात के बाद दावा कि ये ऑनर किलिंग का मामला है। आरोपी पक्ष के वकील ने कहा कि आरोपियों को पीड़िता के परिवार ने झूठा फंसाया है, जबकि मामला ऑनर किलिंग का है। उन्होंने दावा किया है कि पीड़िता को उसके भाई ने ही प्रेम संबंध की जानकारी होने के बाद मार दिया।