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शव लेकर जा रही गाड़ी कीचड़ में फंसी, रोते-बिलखते रहे परिजन

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द फॉलोअप टीम, लोहरदगा:
लोहरदगा जिला अंतर्गत पेशरार प्रखंड के सुदूरवर्ती ऊपर तुरिया डीह से शुक्रवार को एक शर्मनाक तस्वीर सामने आई है। यहां अंतिम संस्कार के लिए मृतक का शव गांव लेकर जा रहे परिजनों की गाड़ी जर्जर कच्ची सड़क पर घंटे भर फंसी रही। सड़क पर कीचड़ भरे बड़े बड़े गड्ढे हैं। परिवार के सदस्य रोते बिलखते रहे और उसी शोक वाले हालत में गाड़ी को गड्ढे से निकालने के प्रयास करते रहे। 

बीमारी से हो गयी थी शख्स की मौत 
दरअसल दुंदरु गांव निवासी 40 वर्षीय जयराम उरांव की बीमारी से मौत हो गई। इनका इलाज लोहरदगा के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में चल रहा था। परिजन किराये पर गाड़ी लेकर शव गांव ले जा रहे थे लेकिन ऊपर तुरियाडीह से थोड़ा आगे जाते ही कच्ची सड़क पर कदम-कदम पर मौजूद बड़े-बड़े कीचड़ भरे गड्ढे में गाड़ी धंस गई। परिवार के और सदस्य इस बीच वहां पहुंच गए और रोने-बिलखने लगे। मृत शरीर को गोद में लेकर गाड़ी में बैठे परिजनों की हालत और भी खराब हो गई। एक ट्रैक्टर का इंतजाम किया गया जो बैक गियर में चलकर दूर से आया और फंसी हुई गाड़ी को खींच कर बाहर निकाला।

घटना को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश
इस वाकये के दौरान मृतक के परिजनों और ग्रामीणों का आक्रोश चरम पर था। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय नेता सड़क और पुल का वादा करके गए हैं लेकिन आज तक स्थिति जस की तस है। सरकारी अधिकारियों को तो जैसे इस क्षेत्र की समस्याओं से कोई लेना-देना ही नहीं रह गया है।

तुरियाडीह में बन रहा पुल अधूरा पड़ा
गांव वालों ने बताया कि ग्रामीण विकास विभाग द्वारा एक करोड़ 39 लाख रुपए की लागत से तुरिया डीह नदी में तीन स्पेन का पुल बनाया जा रहा था। नदी के दोनों छोरों पर पुल की नींव रखने के अलावा और कोई काम नहीं हुआ है। ठेकेदार काम छोड़ कर चले गए और इसके बाद इसकी किसी ने सुध नहीं ली। गौरतलब है कि यह सड़क हेसाग, बांड़ी, हतवल, जुड़नी, पिरतौल, हुंदी, सनई आदि गांवों का संपर्क जोड़ने वाली इकलौती सड़क है।