द फॉलोअप टीम, रांची:
दो-तीन दिनों से विधानसभा भवन में मुस्लिम कर्मचारियों को नमाज के लिए एक कक्ष दिए जाने का मामला तूल पकड़ चुका है। विपक्ष भाजपा ने इसके विरोध में आंदोलन छेड़ दिया है। कल जहां सीएम और स्पीकर के पुतले दहन किए गए। आज असेंबली में भाजपा विधायकों ने कीर्तन किया। वहीं शाम में पार्टी की ओर से जारी बयान में दिनभर राज्य में जिला मुख्यालयों में हुए धरने की जानकारी दी गई। सात दिवसीय सांगठनिक प्रवास में संथाल परगना पहुंचे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक प्रकाश ने दुमका में कहा कि संविधान की शपथ लेने वाले विस् अध्यक्ष ने नैतिकता खो दिया है। एक विशेष सम्प्रदाय को खुश करने के लिए इबादत की छूट तुष्टीकरण की राजनीति को इंगित करता है। उन्होंने कहा कि भाजपा सर्व धर्म सम्भाव पर विश्वास रखती है किंतु तुष्टीकरण की राजनीति भाजपा कभी सहन नहीं करेगी। विस् भवन में मंदिर, सरना स्थल व अन्य धर्मों के लिए भी स्थल दिया जाए।
भाजपा जोड़ने में विश्वास रखती है तोड़ने में नहीं
इधर रांची ग्रामीण जिलान्तर्गत बुढ़मू मंडल के धरना कार्यक्रम में प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह एवम प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू शामिल हुए।
धर्मपाल सिंह ने कहा कि पार्टी इस मुद्दे पर संघर्ष कर रही है। पार्टी के सभी इकाइयों ने पूरे झारखंड अलोकतांत्रिक निर्णय के खिलाफ आंदोलन फूंक दिया है। सदन में विधायक और सदन के बाहर पार्टी कार्यकर्ता सरकार के तुष्टिकरण का विरोध कर रहे है। कहा कि भाजपा कार्यकर्ता अब तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति को बर्दाश्त नही करेंगे। भाजपा जोड़ने में विश्वास रखती है तोड़ने में नहीं। हमारा संकल्प सबका साथ,सबका विकास और सबका विश्वास है।
तुष्टीकरण बंद करे हेमंत सरकार
वहीं प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू ने कहा कि हेमंत सरकार राज्य में तुष्टीकरण की पराकाष्ठा कर रही है। विधानसभा राज्य की सर्वोच्च पंचायत है, लोकतंत्र का मंदिर है जिसे हेमंत सरकार तुष्टीकरण का केंद्र बना रही। राज्य सरकार के इशारे पर विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा सचिवालय में नमाज पढ़ने हेतु कमरे को आवंटित किया है। यह पूरी तरह असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक निर्णय है। इसे यथाशिघ्र वापस ले अन्यथा सभी धर्मों के लिए स्थान आवंटित करे।