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शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन BJP विधायक मनीष जायसवाल का निलंबन वापस, जानें पूरा मामला

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द फॉलोअप टीम, रांची: 

भारतीय जनता पार्टी के विधायक मनीष जायसवाल का निलंबन वापस लिया गया। मंगलवार को स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने विधायक मनीष जायसवाल को शीतकालीन सत्र के बाकी बचे हिस्से से निलंबित करने का ऐलान किया था। भारतीय जनता पार्टी ने इस फैसले का विरोध किया था। रांची विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीपी सिंह ने इस पर आपत्ति जताते हुए आसन से सवाल पूछा था कि बताएं कि किस नियम के तहत विधायक को निलंबित किया गया।

किस वजह से निलंबित हुए थे मनीष जायसवाल
गौरतलब है कि गुरुवार को विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन स्पीकर ने सदन में बीजेपी विधायक मनीष जायसवाल का निलंबन वापस लेने का निर्देश दिया। इसके बाद स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने मनीष जायसवाल को वापस सदन में आने की अनुमति दी। आपकी जानकारी के लिए बता दें हजारीबाग से भारतीय जनता पार्टी के विधायक मनीष जायसवाल ने मंगलवार को सदन की कार्यवाही के दौरान प्रस्तावना का दस्तावेज फाड़कर उसे उछाला था। जिसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की गई। 

संसदीय कार्यमंत्री ने किया धा स्पीकर से आग्रह
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि संसदीय कार्य मंत्री और प्रदेश में ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने स्पीकर से आग्रह किया था कि सदन से निलंबित किए गये बीजेपी विधायक मनीष जायसवाल को निलंबन वापस लिया जाये। इसके बाद स्पीकर ने उनका निलंबन वापस लेने का निर्देश दिया और उनको सदन में आने की अनुमति दी। इसका बीजेपी ने स्वागत किया। 

हंगामेदार रहा विधानसभा का शीतकालीन सत्र
बता दें कि झारखंड विधानसभा का पूरा शीतकालीन सत्र हंगामेदार रहा। जेपीएससी पीटी परीक्षा गड़बड़ी को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर रहा। सदन में चर्चा की मांग की जाती रही। सदन के बाहर भी बीजेपी विधायकों ने पोस्टर-बैनर के साथ जेपीएससी मामले की सीबीआई जांच तथा आयोग अध्यक्ष अमिताभ चौधरी की बर्खास्तगी की मांग की। इसे बाद मॉब लिंचिंग को लेकर झारखंड सरकार द्वारा लाये गए कानून पर भी खूब हंगामा हुआ। बीजेपी ने सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया।