द फॉलोअप टीम, कोलकाता:
अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने तृणमूल कांग्रेस का हाथ थाम लिया। यशवंत सिन्हा ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गये। बंगाल विधानसभा चुनाव में जिस तरीके का नाटकीय घटनाक्रम बदलता रहा है वो चुनावी कैंपेन में नारा खेला होबे को चरितार्थ कर रहा है। बता दें कि यशवंत सिन्हा 2014 के लोकसभा चुनाव से ही भारतीय जनता पार्टी से नाराज चल रहे थे।
अटल सरकार में वित्तमंत्री रहे यशवंत सिन्हा
यशवंत सिन्हा भारतीय जनता पार्टी के काफी वरिष्ठ नेता रहे। अटल सरकार में बतौर वित्त मंत्री उनके कार्यकाल की खूब तारीफ की जाती है। वे पार्टी में काफी महत्वपूर्ण मुकाम रखते थे लेकिन, 2014 चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से गुजरात के तात्कालीन मुख्यमंत्री और इस वक्त देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पीएम पद का उम्मीदवार घोषित किये जाने के बाद से ही यशवंत सिन्हा पार्टी में खुद को असहज महसूस करने लगे थे।
कहा तो ये भी जाता है कि उन्हें केंद्र में मंत्री पद की आस थी लेकिन नहीं मिला। यही नहीं, 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद झारखंड में हुये विधानसभा चुनाव में उन्हें सीएम बनाये जाने की उम्मीद थी लेकिन ये पद रघुबर दास को मिला।
बीते कुछ सालों से बीजेपी से नाराज थे यशवंत
बीते दो तीन साल से यशवंत सिन्हा भारतीय जनता पार्टी में रहते हुये ही मोदी सरकार के खिलाफ काफी मुखर हो गये थे। सार्वजनिक मंचो से पीएम मोदी और उनके सरकार की खुलेआम आलोचन करने लगे थे। यही नहीं, अभिनेता और नेता शत्रुघ्न सिन्हा के साथ मिलकर यशवंत सिन्हा विरोधी पार्टियों के मंच पर भी नजर आने लगे। नोटबंदी के फैसले की खूब आलोचना की। शायद यही वजह रही कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया। इसके बाद बीजेपी और यशवंत सिन्हा के बीच तल्खियां बढ़ती ही गयीं।
नेताओं की अदला बदली का कब तक खेला होबे
बता दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच एक दूसरे के नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कराने का सिलसिला थमता नहीं दिख रहा है। इससे पहले तृणमूल कांग्रेस के शुवेंदू अधिकारी, दिनेश त्रिवेदी, मुकुल रॉय और मिथुन चक्रवर्ती भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो चुके हैं। बीजेपी के भी कई नेताओं ने तृणमूल का हाथ थामा लेकिन यशवंत सिन्हा का तृणमूल कांग्रेस में शामिल होना चुनावी अभियान के बीच सुर्खियां बटोर रहा है। जानना दिलचस्प है कि यशवंत सिन्हा के बेटे जयंत सिन्हा अब भी भारतीय जनता पार्टी में हैं।