द फॉलोअप टीम, रांची:
हमें गर्व है कि हम विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र है इसका श्रेय बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर द्वारा लिखित संविधान को जाता है। यह विश्व का एकमात्र हस्त लिखित संविधान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे उस वक्त उन्होंने संविधान के प्रति अपनी आस्था जताते हुए गुजरात से ही संविधान गौरव दिवस यात्रा शुरू की थी और अब जब वे देश के प्रधानमंत्री हैं तो उन्होंने संविधान गौरव दिवस यात्रा को राष्ट्रीय स्तर पर मनाने की घोषणा की है। ये बातें आज भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष चंदनकियारी विधायक अमर कुमार बावरी ने संविधान गौरव दिवस पर भारतीय जनता पार्टी मुख्यालय पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार में कहीं। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य के निर्देश पर मोर्चा 26 नवंबर को से लेकर 6 दिसंबर जो बाबा साहब का महापरिनिर्वाण दिवस है तक संविधान गौरव दिवस अभियान पार्टी चलाएगी। यह अभियान झारखंड प्रदेश के सभी 24 जिलों में की जा रही है और 26 नवंबर को राजधानी रांची के शहीद अल्बर्ट एक्का चौक से झारखंड हाईकोर्ट के समीप बाबा साहब की प्रतिमा तक जाएगी।
उन्होंने कहा कि भारत आजादी का 75वा वर्ष मना रहा है। हम सभी अपने लोकतंत्र को अक्षुण बना कर दुनिया का नेतृत्व कर रहे है। जब भी मौका मिला है पीएम ने अपने नेतृत्व से देश का मान बढ़ाया है। आज समाज अवसर का लाभ ले कर आगे बढ़ रहा हैं। सभी के जीवन मे समान अवसर मिले ऐसा प्रयास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा साहेब के संविधान के माध्यम से किया है। उन्होंने कहा कि संविधान के कारण ही आज हम सब अपने अधिकार का उपयोग कर रहे हैं। ऐसे महान संविधान को नमन करने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। संविधान की रक्षा का शपथ लेते हुए यह आयोजित की जा रही है। उन्होंने बताया कि कल एक क्विज प्रतियोगिता भी होगी। संविधान से जुड़े कई मुद्दों को जन जन तक पहुंचाया जाएगा और विजेताओं को 6 दिसंबर यही बाबा साहेब के महापरिनिर्वाण दिवस को पुरष्कृत किया जाएगा। पलामू और हजारीबाग में एक संगोष्ठी भी आयोजित की जाएगी। देश के 75वे आजादी के अवसर पर देश भर में 75 कार्यक्रम आयोजित हो रहे है। कल के अभियान में आम जनता और सभी मीडिया के बंधु सदर आमंत्रित है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को चाहिए कि सभी आयोग में रिक्त पड़े पद पर नियुक्ति करे। ताकि संविधान के माध्यम से हर किसी को लाभ मिल सके। राज्य सरकार ने हाल में ही विधान सभा में अपने वोट बैंक को बढ़ाने के उद्देश्य से एक विशेष समुदाय के लिए कमरा आवंटित किया गया था। जिसका पुरजोर विरोध भाजपा के द्वारा किया गया। उन्होंने जेपीएससी के मामले पर कहा कि जे पी एस सी में हुई अनिमियतता के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज किया गया और जो नेता या जन प्रतिनिधि अभ्यर्थी का समर्थन कर रहे थे वैसे निहत्थे नेताओं पर भी लाठियां भांजी गयी। यह बाबा साहेब के संविधान की हत्या है।
वहीं उन्होंने कृषि बिल के विषय पर उन्होंने कहा कि जो बिल संसद के माध्यम से कानून बनाया तो कुछ लोग भ्रम फैला कर सड़को पर प्रदर्शन करने लगे तो मजबूरन अपने लोगों की रक्षा और सुरक्षा के लिए वो किसान बिल को केंद्र सरकार नेा वापस लिया। कांग्रेस के समय मे इमरजेंसी लगाया गया था। लेकिन नरेंद्र मोदी ने संविधान पर पूरी निष्ठा रखते हुए एक सकारात्मक पहल की है।