द फॉलोअप टीम, बड़कागांव:
बड़कागांव प्रखंड के उरीमारी असवा पोटंगा में दिन शनिवार को प्रकृति पर्व सोहराय डायर जतरा मेला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विधायक अंबा प्रसाद का आदिवासी समुदाय के लोगों के द्वारा अपने सांस्कृतिक रीति-रिवाज के अनुसार नृत्य व गीत गाकर स्वागत किया गया। अंबा प्रसाद ने विधिवत रूप से फीता काटकर मेले का उद्घाटन किया।
जतरा मेला झारखंड की सांस्कृतिक धरोहर
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि जतरा मेला झारखंड की सांस्कृतिक धरोहर और हम सब की शान है। हम सभी को इसे सहेज कर रखना है इसे बढ़ाना है। प्रकृति को बचाने में आदिवासी भाई-बहनों का योगदान प्राचीन काल से है। उन्होंने कहा जल जंगल जमीन झारखंड की पहचान है। सोहराय जैसे प्रकृति के पर्वों ने हमारे जल जंगल और जमीन को बचाया है। झारखंड की आदिवासी संस्कृति ने हम सबको प्रकृति से जोड़ कर रखा है।
पूरी दुनिया का परिचय झारखंड की संस्कृति से
विधायक ने कहा कि हम सबको मिलकर झारखंड की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ाने के साथ साथ पूरी दुनिया से इसका परिचय कराना है। जतरा के दौरान आदिवासी महिलाओं ने टोली बनाकर मांदर की थाप पर नृत्य व गीत प्रस्तुत किया और अन्य कार्यक्रम हुए। इस मौके पर बड़कागांव कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विशेश्वर नाथ चौबे, सुरेश महतो, महावीर मुंडा, संजीत कुमार, दीपक कुमार, दिलीप कुमार समेत भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।