द फॉलोअप टीम, लखनऊ:
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का माहौल दिलचस्प होता जा रहा है। अब एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने ऐलान किया है कि उनकी पार्टी यूपी की 100 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। गौरतलब है कि असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी फिलहाल 100 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। बाकी चरणो के लिए और भी उम्मीदवारों का ऐलान किया जायेगा। ओवैसी के इस ऐलान से मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है। गौरतलब है कि ओवैसी लगातार यूपी में रैलियां और सभायें करते रहे हैं।
वर्चुअल रैलियां करेंगे असदुद्दीन ओवैसी
एक प्रेस वार्ता में मीडिया से मुखातिब एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि हमने आगामी यूपी विधानसभा चुनाव के लिए 100 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। अन्य चरणों के लिए और उम्मीदवारों की घोषणा की जायेगी। ओवैसी ने कहा कि हमने चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के मुताबिक वर्चुअल रैलियां आयोजित करने की व्यवस्था की है।
बेहद दिलचस्प होने वाला है यूपी चुनाव
गौरतलब है कि यूपी का चुनाव बेहद खास है। लोकसभा चुनाव के लिहाज से भारतीय जनता पार्टी के लिए यूपी का खासा महत्व है। बीजेपी का सीएम चेहरा भी स्पष्ट है। गृहमंत्री अमित शाह कह चुके हैं कि यदि 2024 में मोदी को प्रधानमंत्री बनाना है तो यूपी में 2022 में योगी को मुख्यमंत्री बनाइये। पीएम मोदी कह चुके हैं कि योगी प्लस यूपी का मतलब है उपयोगी। उन्होंने कहा कि योगी ही यूपी के लिए उपयोगी हैं। हालांकि, बीजेपी को यहां ब्राह्मण समुदाय की नाराजगी झेलनी पड़ रही है।
बीजेपी को किस बात की चिंता सता रही
समाजवादी पार्टी में हाल ही में योगी कैबिनेट में शामिल रहे स्वामी प्रसाद मौर्य, धर्म कुमार सैनी और दारा सिंह जैसे नेता शामिल हुये हैं। इन नेताओं की यूपी की राजनीति में अच्छी पकड़ है। विशेष तौर पर पिछड़ी जातियों में। कई विधायकों ने भी पाला बदला है। हालांकि, बीजेपी का कहना है कि प्रदर्शन के आधार पर वैसे भी हाईकमान उनकी टिकट काटने वाला था। यूपी में मुस्लिम आबादी अच्छी-खासी संख्या में है। ऐसे में असदुद्दीन ओवैसी का चुनाव लड़ने का फैसला जरूर समीकरण बिगाड़ेगा।