द फॉलोअप टीम, रांची:
जामताड़ा विधायक डॉ. इरफान अंसारी द्वारा चंदनकियारी सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक अमर कुमार बाउरी पर की गई विवादित टिप्पणी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मामले में अनुसूचित जाति समाज ने विधायक डॉ. इरफान अंसारी से इस अमर्यादित बयान के लिए माफी मांगने को कहा है। समाज का कहना है कि ये विवादित और नस्लीय टिप्पणी है। डॉ. अंसारी को माफी मांगना होगा।
रविवार को रांची में हुई बैठक में रखी गई मांग
रविवार को रांची स्थित कोकर में अनुसूचित जाति महासभा की विभिन्न जातियों की बैठक हुई। बैठक में कहा गया है कि चंदनकियारी विधायक अमर कुमार बाउरी पर की गई अमर्यादित टिप्पणी की वजह से समाज की सभी जातियों में काफी रोष है। वहां मौजूद सभी लोगों ने एक स्वर में कहा कि अमर कुमार बाउरी दलितों का सवाल उठाते हैं। उनके विकास और न्याय के लिए हमेशा मुखर रहते हैं। डॉ. अंसारी द्वारा अमर बाउरी पर की गई टिप्पणी सर्वथा अनुचित है और उनको माफी मांगनी होगी।
डॉ. इरफान अंसारी से की गई माफी की मांग
अनुसूचित जाति महासभा के राष्ट्रीय महासचिव उपेंद्र कुमार रजक और पासवान कल्याण समिति के संरक्षक रंजन पासवान, रविदास परिवार के संरक्षक रामलगन राम, वाल्मिकी महासभा के अध्यक्ष भगत वाल्मिकी और धोबी महासंघ के युवा अध्यक्ष राजू कुमार रजक ने एकस्वर में कहा कि डॉ. इरफान अंसारी हमेशा उल-जुलूल और अर्मयादित टिप्पणी करते हैं। उनका कहना है कि कांग्रेस पार्टी को मामले को गंभीरता से समझना होगा अन्यथा उग्र आंदोलन होगा।
एससी-एसटी एक्ट की धाराओं में दर्ज होगा मुकदमा
अनुसूचित जाति महासभा में शामिल नेताओं ने कहा कि यदि जामताड़ा विधायक डॉ. इरफान अंसारी ने अपनी विवादित टिप्पणी के लिए आगामी 48 घंटों में माफी नहीं मांगा तो उनके खिलाफ एससी-एसटी एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज करवाया जाएगा। महासभा उग्र आंदोलन को विवश होगी।
आखिर इरफान अंसारी ने अमर बाउरी को क्या कहा
गौरतलब है कि अमर बाउरी ने प्रदेश में दलित अत्याचार के मामलों को लेकर पीड़ित परिवारों के साथ राज्यपाल से मुलाकात की थी। उन्होंने राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मामलों में संज्ञान लेकर न्याय दिलाने की मांग की थी। इसी बात को लेकर जामताड़ा विधायक डॉ. इरफान अंसारी ने अमर बाउरी को फर्जी दलित समर्थक बताया था। यहीं इरफान अंसारी ने कहा था कि चंदनकियारी विधायक अमर कुमार बाउरी दक्षिण भारतीय फिल्मों के गुंडा की तरह लगते हैं। वे क्या दलितों को न्याय दिलाएंगे। इस मामले ने तूल पकड़ा और अब इरफान चौतरफा घिरते दिख रहे हैं।