द फॉलोअप टीम, रांची:
राजधानी के नॉर्थ ऑफिस पाड़ा डोरंडा के रहने वाले अमितेश सिन्हा को इंडियन अचीवर्स फोरम ने ग्लोबल अचीवर्स अवार्ड से सम्मानित किया है। यह सम्मान उन्हें वित्तीय क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों और उपलब्धियों के लिए दिया गया है। उनको 15 वर्ष से अधिक का वैश्विक स्तर के वित्तीय संस्थानों में कार्य का अनुभव प्राप्त है। वह भारत के अलावा यूएसए, सिंगापुर, हांगकांग सहित अन्य देशों के वित्तीय संस्थानों के सलाहकार के रूप में भी कार्यरत रहे हैं। इंफ्रा प्रोजेक्ट फाइनेंसिंग फंड के क्षेत्र का भी उन्हें अनुभव है। फिलवक्त अमितेश वैश्विक स्तर की वित्तीय परामर्शी संस्थान "सोशल इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स एंड एडवाइजर्स" (सिमा फंड्स) के साथ साझेदार के रूप में जुड़े हुए हैं। इसके माध्यम से वे अफ्रीकी और दक्षिणी एशियाई देशों में सौर वितरित उद्यमों (ऑफ ग्रिड सोलर फंड) में निवेश का नेतृत्व करते हैं।
टॉप 20 सीएफओ ऑफ इंडिया के अवार्ड से भी नवाजे जा चुके हैं पहले
अमितेश मध्य पूर्वी अफ्रीका में विभिन्न लघु एवं मध्यम श्रेणी की सौर ऑफ ग्रिड कंपनियों के वित्तीय सलाहकार के रूप में भी सेवारत हैं। वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त कई वित्तीय संस्थानों से भी वे जुड़े हैं। देश-विदेश की नामी-गिरामी वित्तीय संस्थानों यूएस इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंशियल कॉरपोरेशन, शेल फाउंडेशन, यूरोपियन निवेश बैंक, रॉकफेलर फाउंडेशन के साथ भी वे जुड़े हैं। स्वच्छ व किफायती ऊर्जा समाधान, लघु और मध्यम स्तर के व्यापार के लिए पहल और अपने अनुभवों को विकसित करने की दिशा में वह सतत प्रयासरत हैं। अमितेश ने इंस्टीट्यूट आॅफ कंपनी सेक्रेट्रीज, द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया, हार्वर्ड एक्स सर्टिफाइड पब्लिक अकाउंट (सीपीए,यूएसए) की डिग्री हासिल की है। उनकी प्रतिभा और वित्तीय क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धियों को देखते हुए वर्ष 2018 में उन्हें वित्तीय संगठन "एक्जीटो" ने टॉप 20 सीएफओ ऑफ इंडिया के अवार्ड से भी नवाजा।
जेवीएम श्यामली से हुई पढ़ाई
अमितेश की प्रारंभिक शिक्षा जेवीएम श्यामली (डोरंडा) से हुई। रांची के संत जेवियर कॉलेज से उन्होंने वाणिज्य स्नातक की डिग्री हासिल की। उनके दादा दशरथ प्रसाद झारखंड हाईकोर्ट में उच्च अधिकारी रहे। पिता अभय कुमार सिन्हा एक निजी कंपनी में उच्च पद पर कार्यरत रहे। वहीं अमितेश के चाचा विनय सिन्हा ‘’दीपु ‘’जाने-माने उद्यमी और एक राजनीतिक दल के वरिष्ठ नेता हैं। अमितेश अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरुजनों और परिवारजनों को देते हैं। उनका मानना है कि लगन और मेहनत के बलबूते हर मुकाम हासिल किया जा सकता है।