द फॉलोअप टीम, रांची:
राज्य सरकार की ओर से वैट की दर में कमी करने की मांग को लेकर झारखंड पेट्रोलियम डीलर्स एसोशिएसन के आह्वान पर राज्य के सभी पेट्रोल पंप बंद रहे। फिर भी राज्य सरकार ने आम जनता को राहत देने का काम नहीं किया। मंगलवार को ये बातें भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री सह रांची की मेयर डॉ. आशा लकड़ा ने कही। उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्य बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और ओडिशा में पेट्रोल-डीजल की कीमत में पूर्व की अपेक्षा काफी कमी आई है। केंद्र सरकार ने वैट की दर में कटौती कर देश की जनता को बड़ी राहत दी। इसी तर्ज पर राज्य सरकार को भी वैट की दर में कटौती कर राज्य की जनता को राहत देने का काम करना चाहिए।
पड़ोसी राज्यों में पेट्रोल-डीजल की दर में कमी आने के कारण ट्रांसपोर्ट व्यवसाय से जुड़े व्यवसायी पड़ोसी राज्यों से पेट्रोल-डीजल की खरीदारी कर रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में राज्य के सभी पेट्रोल पंप मालिकों का व्यवसाय प्रभावित हो रहा है, जिसका सीधा असर राजकीय कोष पर पड़ रहा है। पेट्रोल-डीजल पर वैट की वर्तमान दर में कटौती करने से न सिर्फ राज्य की जनता को राहत मिलेगी, बल्कि पेट्रोल पंप मालिकों के व्यवसाय भी बढ़ेगा और राजकीय कोष में भी वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि आज हर घर में किसी न किसी प्रकार के वाहन की उपलब्धता है। पेट्रोल-डीजल हर व्यक्ति की दैनंदिन आवश्यकता बन चुकी है।
आम लोगों की स्थिति ऐसी नहीं है कि वे पेट्रोल-डीजल को स्टोर कर सकें। हर व्यक्ति अपनी आवश्यकता के अनुसार ही पेट्रोल-डीजल की खरीदारी करता है। लिहाजा इस दिशा में राज्य सरकार को पुनर्विचार करने की आवश्यकता है।