द फॉलोअप टीम, रांची:
रूपा तिर्की के संदेहास्पद स्थिति में मौत की जांच सीबीआई से कराए जाने की मांग आजसू की प्रदेश सचिव सह युवा नेत्री ज्योत्सना केरकेट्टा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर की है। मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में ज्योत्सना ने इस कथित हत्या के के पूछे रसूखदारों के संलिप्तता बताया है।
रूपा तिर्की जैसी लड़की सुसाइड नहीं कर सकती
उन्होंने कहा कि रूपा तिर्की की आत्मशक्ति इतनी प्रबल थी कि उसने पहले बैंक पीओ की परीक्षा पास की थी। कुछ दिन बैंक पीओ रहने के बाद पुलिस सर्विस में चली गयी। रूपा ने अपने छोटे से कार्यकाल में महिला उत्पीड़न पर कई क्रायक्रम किये थे। वह ऐसे ही आसानी से जीवन की जंग नही हार सकती थी। इसके पीछे साजिश अत्यंत गंभीर रहा होगा। इसकी जांच की जानी चाहिए।
रूपा तिर्की की मौत के पीछे कोई गहरी साजिश
ज्योत्सना ने मांग की है कि रूपा के परिवार जनों ने जिन-जिन लोगों के नाम प्राथमिकी में दिए है वो सभी या तो मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि हैं या पुलिस महकमे से हैं। ऐसे में राज्य की पुलिस या अन्य एजेंसी से निष्पक्ष जांच की उम्मीद रखना बेमानी होगी। ज्योत्सना के कहा कि जिस तरह से रूपा अपने परिवार से निरंतर शोषण एवं उत्पीड़न को लेकर बातें किया करती थी। वह भी इस मामले को संदेह के घेरे में लाता है।
अंतिम दिन उसने अपनी माँ से फोन पर यह भी कहा था कि पाइन वाला पानी दवा दवा महसूस हो रहा है। ये सारी परिस्थिति इत्तेफाक नही हो सकती। जरूर इसके पीछे बड़ा खेल खेला गया है।
सीएम को करना चाहिए CBI जांच की अनुशंसा
ज्योत्सना ने कहा कि मुख्यमंत्री आदिवासी मूलवासी अस्मिता की रक्षा का दम भरते रहते हैं। उनकी चुप्पी समझ से परे है। उन्हें अविलंब रूपा को न्याय दिलाने के लिए CBI जांच की अनुशंसा करनी चाहिए। लाखों युवतियां जो आत्मनिर्भर बनने की सोच रखती है, रूपा बनने का विश्वास रखती हैं उनके मानसिक विश्वास को कुचलने से रोका जा सके। आदिवासी मूलवासी अस्मिता की रक्षा की जा सके, महिलाएं सुरक्षित महसूस कर सकें।