logo

3 घंटे तक गैंगरेप के बाद आरोपियों ने जंगल में छोड़ा, केस नहीं करने की धमकी भी दी, पांच आरोपी गिरफ्तार

1755news.jpg
द फॉलोअप टीम, गुमला 
गुमला में 5वीं क्लास की बच्ची के साथ 5 लड़कों ने गैंगरेप किया। रातभर पीड़िता जंगल में भटकती रही। आरोपी बच्ची को घर से अगवा करके ले गए थे। घटना शनिवार रात की है। रविवार को मामले को दबाने की कोशिश की गई। बताया जा रहा है कि घटना का खुलासा तब हुआ, जब पीड़िता के भाई ने दो आरोपियों पर जानलेवा हमला कर दिया। दोनों आरोपियों के हाथ और पैर काटने की कोशिश की। दोनों घायल आरोपी जब अस्पताल में भर्ती हुए, तब वारदात का खुलासा हुआ।  पुलिस ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

केस दर्ज नहीं कराने का दबाव बनाया
ग्रामीणों के मुताबिक, घटना को लेकर गांव में एक पंचायत हुई, जिसमें आरोपियों ने पीड़ित परिजन पर केस दर्ज नहीं कराने का दबाव बनाया। लड़की को जान से मारने और उसके घर को आग लगाने की धमकी भी दी। दो आरोपी पीड़ित के घर भी गए थे। यहां उसके भाई को धमकाया और मारपीट भी की। इसके बाद भाग गए।

हमले में घायल आरोपी अस्पताल में भर्ती
चैनपुर के एसडीपीओ कुलदीप कुमार ने बताया कि हमले के थोड़ी देर बाद पीड़ित का भाई दोनों आरोपियों की तलाश में निकला और धारदार हथियार से हमला कर दिया। दोनों आरोपियों के हाथ-पैर काटने की कोशिश की। ग्रामीणों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने तीन आरोपियों को सोमवार की रात, जबकि दो अन्य आरोपियों को मंगलवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया। पीड़ित को मेडिकल के लिए गुमला सदर अस्पताल भेजा गया, जबकि उसके भाई और अन्य घायल दो आरोपियों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया।

बहाने से लड़की को ले गया आरोपी
14 साल की पीड़ित ने बताया कि पांचों आरोपी आपस में दोस्त हैं। वो सभी को पहचानती हैं। एक आरोपी से उसने गाना सुनने के लिए म्यूजिक बॉक्स मांगा था। गाना सुनने के बाद उसने म्यूजिक बॉक्स दूसरे आरोपी को दे दिया। शनिवार शाम करीब 7 बजे आरोपी उससे म्यूजिक बॉक्स मांगने पहुंचा तो पीड़ित ने उसके साथी को देना बता दिया। इसके बाद आरोपी ने पीड़ित से कहा कि तुम मेरे साथ चलो और जिसे दिया है, उससे मांगकर मुझे मेरा म्यूजिक बॉक्स दे दो। आरोपी पीड़ित को लेकर एक घर में पहुंचा, जहां पहले से अन्य चारों आरोपी मौजूद थे।

रातभर जंगल में भटकती रही बच्ची
पांचों आरोपी लड़की को उठाकर जंगल ले गए। रात 10 बजे तक उसके साथ दुष्कर्म किया। फिर उसे जंगल में ही छोड़ दिया। पीड़ित रातभर भटकती रही। रविवार सुबह घर पहुंची और मां, भाई को घटना की जानकारी दी। घटना के संबंध में परिजन ने किसी से चर्चा नहीं की। सोमवार सुबह उन्होंने गांव में पंचायत बुलाई। यहां मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की गई। लेकिन पीड़ित पक्ष ने न्याय की मांग करते हुए केस दर्ज कराने की बात कही। पंचायत खत्म होने के बाद सभी लोग घर लौट गए।

आरोपियों ने केस नहीं करने की धमकी दी
परिजन का कहना है कि दो आरोपी हमारे घर आए और केस दर्ज न करने की बात कही। पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी। इसी बीच नोकझोंक में दोनों आरोपियों ने पीड़ित के भाई पर हमला कर घायल कर दिया और फरार हो गए। थोड़ी देर बाद पीड़ित का घायल भाई दोनों आरोपियों की तलाश करके उनके पास पहुंचा और धारदार हथियार से वार कर हाथ-पैर काटने की कोशिश की। शोर सुनकर गांववालों ने पुलिस को जानकारी दी।

सखी मंडल की महिलाओं ने पहरेदारी की
पीड़िता के भाई पर हमला करने और परिवार को जान से मारने की सूचना सखी मंडल की महिलाओं को मिली तो वे अलर्ट हो गईं। सोमवार रात सखी मंडल ने पीड़ित के परिवार की सुरक्षा के लिए घर पर पहरेदारी की।

गांव में है तनाव का माहौल
पीड़ित और आरोपी दोनों अलग-अलग समुदाय के हैं। घटना की जानकारी होने के बाद दोनों समुदायों के बीच तनाव का माहौल है। उधर, मामले की गंभीरता को देखते हुए पीड़ित के गांव में पुलिस लगातार कैंप कर रही है। पुलिस का कहना है कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।