द फॉलोअप टीम, रांची
कोरना वायरस की चपेट में आए शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की ऑक्सीजन सेचुरेशन लेवल 50 पर पहुंच जाने से उनकी हालत अचानक गंभीर हो गई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आग्रह पर रविवार रात चेन्नई से तीन डॉक्टरों की टीम रांची पहुंची। इसी क्रम में चेन्नई से आई डॉक्टरों की टीम ने शिक्षा मंत्री की जांच की। इसके बाद दवा और जांच रिपोर्ट का रिव्यू भी किया गया। वहीं शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को इलाज के लिए बाहर ले जाने पर आज निर्णय लिया जाएगा।
हाई पीप वेंटिलेशन पर हैं शिक्षा मंत्री
करीब 20 दिन से शिक्षा मंत्री कोरोना से जूझ रहे हैं। रविवार दोपहर में अचानक ऑक्सीजन सेचुरेशन लेवल कम होने की वजह से उनकी हालत गंभीर हो गई। इस दौरान रिम्स के स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की टीम ने उन्हें वेंटिलेटर पर डालकर हाई फ्लो ऑक्सीजन देकर सामान्य पर लाया था। वहीं शिक्षा मंत्री की हालत देखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मौके पर पहुंच कर एमजीएम अस्पताल, चेन्नई की क्रिटिकल टीम और लंग्स ट्रांसप्लांटेशन के विशेषज्ञों से बात की और उन्हें रांची आने का आग्रह किया। वहीं रिम्स क्रिटिकल केयर के हेड डॉ. प्रदीप भट्टाचार्या ने बताया कि शिक्षा मंत्री को फिलहाल अभी 100 प्रतिशत इंट्रोवेट ऑफ ऑक्सीजन और हाई पीप वेंटिलेशन पर रखा गया है।
तीसरी जांच में भी पॉजिटिव मिला सैंपल
बता दें कि शिक्षा मंत्री 28 सितंबर को कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। उस समय उनकी हालत काफी गंभीर होन के चलते उन्हें रिम्स के आइसीयू में भर्ती कराया गया था। कोरोना से संक्रमित होने के बाद शिक्षा मंत्री के लंग्स में 60 प्रतिशत संक्रमण फैल गया था। उनकी हालत में सुधार न होने के चलते उनके परिजनों ने उन्हें मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया था। 20 दिनों के दौरान उनका लंग्स 90 प्रतिशत संक्रमित हो चुका है। शिक्षा मंत्री का तीन बार सैंपल जांच के लिए भेजा जा चुका है। तीसरी बार भी शनिवार की रात 10 बजे उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव मिली थी।