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पुलवामा में सुरक्षाबलों ने आतंकी को मार गिराया, 1 जवान भी शहीद! जम्मू में फिर दिखा दुश्मन का ड्रोन

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द फॉलोअप टीम, श्रीनगर:

जम्मू कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार देर रात मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में सुरक्षाबल का एक जवान शहीद हो गया। कश्मीर जोन की पुलिस ने इस बात की जानकारी दी। मुठभेड़ में एक आतंकी के भी मारे जाने की सूचना है। मिली जानकारी के मुताबिक पुलवामा स्थित हाजिन राजपोरा में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ शुरू हुआ था। सुरक्षाबलों को गुप्त सूचना मिली थी कि इलाके में कुछ आतंकी छिपे हैं। सूचना के आधार पर इलाके में तलाशी अभियान चलाया गया। तलाशी अभियान के दौरान जैसे ही सुरक्षा बल के जवान संदिग्ध ठिकानों पर पहुंचे, आतंकियों ने उन पर गोलियां चलाईं। 

सुरक्षाबलों ने की थी जवाबी कार्रवाई
सुरक्षाबल के जवान जब बताई गई जगह पर पहुंचे और तलाशी अभियान शुरू किया तो आतंकियों ने उन पर गोलियां चला दीं। सुरक्षाबलों ने तुरंत मोर्चा संभाला और जवाबी कार्रवाई की। दोनों ओऱ से कई राउंड फायरिंग की गई। समाचार लिखे जाने तक मठभेड़ जारी थी। मिली जानकारी के मुताबिक इलाके में 4 आतंकी छिपे हैं। मुठभेड़ में सेना, पुलवामा पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान शामिल हैं। मुठभेड़ में 1 जवान के शदीह होने की सूचना है। एक आतंकी भी मारा गया है। बीते बुधवार को ही कुलगाम जिले में सुरक्षाबल के साथ मठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकियों को मार गिराया था। 

आतंकियों में दिख रही है काफी बौखलाहट
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में आतंकियों की बौखलाहट साफ देखी जा सकती है। दुश्मन लगातार ड्रोन के जरिए इलाके की शांति को भंग करने की कोशिश में लगा है। शुक्रवार को अहले सुबह अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास ड्रोन देखा गया। खतरे को देखते हुए सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने ड्रोन पर गोलियां भी बरसाईं। रविवार को जम्मू के एयरफोर्स स्टेशन के टेक्निकल एरिया में ब्लास्ट के बाद ये पांचवा मौका है जब इलाके में कोई अज्ञात ड्रोन दिखा हो। ताजा जानकारी के मुताबिक जम्मू-पाकिस्तान से सटे अरनिया सेक्टर के पास अंतर्राष्ट्रीय सीमा के करीब सवा चार बजे ड्रोन दिखा। 

लगातार ड्रोन के जरिए जासूसी की कोशिश
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू -कश्मीर के क्षेत्रीय दलों के नेताओं के साथ वार्ता की थी। ये वार्ता काफी सकारात्मक रही थी। इस वार्ता के बाद फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला जैसे नेताओं ने काफी सकारात्मक रूख दिखाया था। बात हो रही है कि जल्दी ही जम्मू कश्मीर में विधानसभा के चुनाव करवाये जा सकते हैं। जम्मू कश्मीर में लोकतांत्रिक बहाली के प्रयासों से आतंकी बौखला गये हैं। ड्रोन का भेजा जाना इसकी बानगी है।