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क्या है योगी और शाह की डेढ़ घंटे मुलाकात के मायने

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द फॉलोअप टीम, दिल्ली: 
कई दिनों से उत्तर प्रदेश में सत्ता  की खींचतान के बीच आज सुबह सीएम योगी आदित्यनाथ का दिल्ली पहुंचना, तरह-तरह के कयास को हवा दे रहा है। कई सवाल उठ रहे हैं। क्या  सत्ता परिवर्तन होगा या सिर्फ कैबिनेट का विस्तार। यूपी में मोदी-शाह की चलेगी या योगी अपनी ताकत बरकरर रख पाएंगे। आज योगी की गृह मंत्री अमित शाह से डेढ़ घंटे तक बातचीत हुई। यूपी की ही अनुप्रिया पटेल भी अमित शाह से मुलाकात करने पहुंचीं। वो अपना दल की अध्यक्ष हैं। कल कांग्रेस के जितिन प्रसाद के भाजपा में शामिल होने को भी लोग इससे जोड़कर देख रहे हैं। 

शुक्रवार को मोदी और नड्डा से मिलेंगे
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की है। दो दिवसीय दौरे पर दिल्ली  पहुंचे योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मिलेंगे।
 
12 जून को कैबिनेट विस्तार की चर्चा
12 जून को उत्तर प्रदेश में कैबिनेट विस्तार की चर्चा है। इसे बल इसलिए मिला है कि राज्यपाल आनंदीबेन ने उस दिन के अपने सारे कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं। पार्टी मंत्रिमंडल में सभी जाति संप्रदाय का प्रतिनिधित्वक चाह रही है। क्योंकि 2022 में राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं।

संघ और भाजपा के बड़े नेता कर चुके हैं दौरा 
उत्तरर प्रदेश की जमीनी हकीकत जानने के लिए संघ और भाजपा के बड़े नेता दौरा कर चुके हैं। संगठन के महामंत्री बीएल संतोष ने लखनऊ में रहकर तीन दिन तक मंत्रियों और विधायकों से अलग-अलग बातचीत की थी। उसके बाद रिपोर्ट दिल्ली सौंपी थी। यूपी के प्रभारी राधा मोहन सिंह भी लखनऊ गए थे। वे भी मंत्री-विधायकों से मिले थे। स्पी कर और राज्यापाल से भी मिले थे। राज्यपाल को एक बंद लिफाफा देने की चर्चा भी जमकर हुई थी कि आखिर कौन से दस्तावेज थे।