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छठे दिन भी हंगामें के बीच सदन शुरू होते ही स्थगित, स्पीकर पर किसने लगाया सरकार के दबाव का आरोप

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द फॉलोअप टीम, रांची : 
झारखंड विधानसभा में बजट सत्र का छठा दिन भी हंगामे के साथ शुरू हुआ। भाजपा के विधायक कार्यस्थगन पर चर्चा की मांग करते हुए हंगामा कर रहे हैं। विपक्षी विधायक वेल में पहुंच गए हैं। स्पीकर लगातार उनसे आग्रह कर रहे हैं कि वे अपने स्थान पर बैठ जाएं। लेकिन विधायक मानने को तैयार नहीं हैं। वे लगातार वेल से नारे लगा रहे हैं। इधर सत्ताधारी विधायक अपनी बात रखने का प्रयास कर रहे हैं। हंगामे के बीच आधे घंटे तक कार्यवाही प्रभावित रही, इसके बाद 11:25 बजे से 12:30 बजे तक सदन को स्थगित कर दिया गया। 

भानुप्रताप शाही ने स्पीकर पर सरकार का दबाब का आरोप लगाया
हंगामे के बीच भाजपा विधायक भानुप्रताप शाही ने स्पीकर पर सरकार के दबाव का आरोप लगाया। स्पीकर विपक्ष के विधायकों को यह कहकर समझाते रहे कि नियमावली मे कार्यस्थगन के लिए उपयुक्त समय तय है। लेकिन हाथों में पोस्टर लेकर विपक्ष के विधायक वेल में प्रदर्शन करते रहे। वे कार्यस्थगन को लेकर चर्चा करवाना चाहते हैं। इसी हंगामे के बीच स्पीकर ने सत्र को स्थगित कर दिया। 

प्रवेश द्वार पर ही बैठ गए थे भाजपा के विधायक
भारतीय जनता पार्टी के कुछ विधायक सदन के प्रवेश द्वार पर बैठ गये। विधायकों ने हाथ में पोस्टर ले रखा था जिसमें सरकार के विरोध में नारे लिखे गये थे। बीजेपी के विधायक राज्य सरकार के खिलाफ अवैध कारोबारियों को संरक्षण देने, उग्रवादियों को संरक्षण देने का आरोप लगा रहे हैं। विधायक अवैध खनन के मामले में झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायकों सीता सोरेन, लोबिन हेम्ब्रम और स्टीफन मरांडी द्वारा उठाये गये सवालों का जवाब देने की भी मांग सरकार से कर रहे हैं।