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जिन खिलाड़ियों ने वर्षों पसीना बहाकर खेला, उन्हीं के साथ 6 महीने से हो रहा है ‘खेला !’

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द फॉलोअप टीम, रांची: 
सरकारें कहीं की भी हो। एक बात जरूर कहती है। जल्द कार्रवाई होगी। जल्द काम होगा। जल्द फैसला लिया जायेगा। जल्द सुनवाई होगी। हालांकि, इस जल्द को जल्दी लागू करने में सरकारों को वर्षों लग जाते हैं, जैसा कि अभी झारखंड में हो रहा है। झारखंड की हेमंत सरकार 19 अक्टूबर 2020 को ही प्रदेश के 40 खिलाड़ियों को जल्द नियुक्ति पत्र देने वाली थी लेकिन, उस जल्दी को अब 6 महीने बीत चुके हैं।

दिसंबर से मार्च तक नियुक्ति का इंतजार
खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र नहीं मिला। पता नहीं इस जल्दी की समय सीमा क्या है। जिन खिलाड़ियों ने वर्षों राज्य और देश के लिये पसीना बहाकर खेला, बीते 6 महीने से उन्हीं के साथ खेला हो रहा है। खिलाड़ियों को जल्दी नियुक्ति पत्र मिलेगा इस बात की शुरुआत हुई थी 29 दिसंबर 2020 से। हेमंत सरकार ने अपने कार्यकाल का एक साल पूरा होने के मौके पर मोरहाबादी मैदान में कार्यक्रम आयोजित किया था। कार्यक्रम में हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य के 40 खिलाड़ियों को नौकरी दी जायेगी। 31 दिसंबर को कैबिनेट की बैठक हुई। बैठक के बाद बताया गया कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित कमिटी ने 40 खिलाड़ियों को नौकरी देने के फैसले पर मुहर लगाई है। तब ये भी बताया गया कि खिलाड़ियों को 15 दिन के भीतर नियुक्ति पत्र सौंप दिया जायेगा। दिसंबर से मार्च आ गया। खिलाड़ी अब भी नियुक्ति पत्र की बाट ही जोह रहे हैं। 

घोषणाओं की फेहरिस्‍त लंबी होती रही
सरकार ने अब तक नियुक्ति पत्र नहीं दिया, मामला केवल इतना भर नहीं है। सरकार की घोषणाओं की फेहरिस्‍त भी लंबी होती रही। 10 मार्च को मुख्यमंत्री सिमडेगा में थे। मौका था सब जूनियर महिला हॉकी चैंपियनशिप की। सीएम बोले, राज्य के एक ही गांव की तीन लड़कियां राष्ट्रीय हॉकी टीम में है। ये सुनकर मेरा सीना चौड़ा होता है। सीएम ने 29 दिसंबर वाला वादा यहां भी दोहराया। बोले 15 मार्च को राज्य के 39 खिलाड़ियों को सीधा नियुक्ति पत्र दिया जायेगा। ध्यान दीजिये पहले वादे से दूसरे वादे तक में 6 महीने बीते हैं और लिस्ट में से 1 खिलाड़ी कम हो गया। क्या 15 मार्च को भी खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र मिलेगा या इसे भी जल्दी नौकरी मिलेगी की तर्ज पर भुला दिया जायेगा। 

18 मार्च 2020 को वायरल हुआ था वीडियो
जल्दी और सीधी नियुक्ति का ये वादा कब पूरा होगा पता नहीं। झारखंड में खिलाड़ियों की सीधी नियुक्ति वाला मामला शुरू हुआ था 18 अक्टूबर 2020 को। इस दिन एक वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में 34वें राष्ट्रीय खेल में पदक विजेता रही कराटे की नेशनल खिलाड़ी बिमला मुंडा अपने घर के आंगन में हड़िया बनाती नजर आई। पास ही एक चादर में उनके मेडल और सर्टिफिकेट रखे थे। 

ट्वीट की घोषणा ट्वीट तक तो नहीं! 
दिल्ली बीजेपी के नेता कपिल मिश्रा ने इसे ट्वीट किया और झारखंड की हेमंत सरकार पर निशाना साधा। जाहिर है कि सीएम हेमंत सोरेन को बुरा लगता। लगना भी चाहिये था। सीएम ने कुछ ही देर में ट्वीट कर रांची डीसी को खेल विभाग के साथ सामंजस्य बैठाकर बिमला मुंडा को मदद करने का निर्देश दिया था। 19 अक्टूबर को सीएम ने प्रोजेक्ट मंत्रालय में आयोजित एक कार्यक्रम में घोषणा करते हुए कहा कि वे एक महीने के अंदर बिमला मुंडा सहित 40 खिलाड़ियों को नौकरी देंगे। 

15 जनवरी अब 15 मार्च बन गया! 
29 दिसंबर को मोरहाबादी में कार्यक्रम का आयोजन हुआ। बिमला मुंडा को बुलाकर सम्मानित किया गया। बिमला मुंडा को ग श्रेणी की नौकरी देने का ऐलान किया गया। सीएम हेमंत ने ये भी कहा कि राज्य के 40 और खिलाड़ियों को नौकरी दी जायेगी। उन्हें सीधा नियुक्ति पत्र मिलेगा।  उस समय नियुक्ति पत्र देने की समय सीमा 15 जनवरी तय किया गया था। अब ये तिथि 15 मार्च हो गयी है। 

बिमला को हेडलाइन में ही मिली नौकरी! 
बीच में द फॉलोअप ने बिमला से बात की। बिमला ने तब बताया था कि अब उनकी हिम्मत जवाब देने लगी है। बिमला ने बताया था कि सीएम के ट्वीट के बाद उनके पास कोई नहीं आया। 29 दिसंबर को उन्हें 1 लाख रुपये का अनुदान जरूर दिया गया। लेकिन नौकरी नहीं मिली। बिमला अब भी हड़िया बेचने को मजबूर हैं। घर की माली हालत खराब है। बाकी खिलाड़ियों का भी यही हाल है। बिमला मुंडा की मां सुमरी मुंडा ने उस वक्त कहा था उनकी बेटी को अखबार की हेडलाइन में तो नौकरी मिली लेकिन नियुक्ति वाले असली कागज का अब भी इंतजार है। 

15 मार्च को मिल जायेगा नियुक्ति पत्र! 
खेल निदेशालय ने कहा था कि खिलाड़ियों की चयन प्रक्रिया अंतिम चरण में है। जल्दी ही नियुक्त पत्र भेजा जायेगा। 10 मार्च को सिमडेगा में सीएम ने कहा था कि बहुत जल्द यानी 15 मार्च को नियुक्ति पत्र दिया जायेगा। 15 मार्च कल है। खिलाड़ियों को उम्मीद तो यही होगी कि उन्हें जल्दी नियुक्ति पत्र मिल जायेगा। आशा है कि इस बार सरकारी जल्दी वाकई में जल्दी होगी। इस बार सरकारी जल्दी 6 महीने बाद नहीं आयेगी। वादा पूरा होगा। 15 मार्च को खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र मिलेगा या नहीं ये तो उसी दिन पता चलेगा। फिलहाल क्या कर सकते हैं। धैर्य के साथ जल्दी का इंतजार।