logo

जेपीएससी परीक्षा में ये बदलाव अभ्यर्थियों को पड़ेंगे भारी...

4994news.jpg
द फॉलोअप टीम : 
झारखंड लोक सेवा आयोग की संयुक्त सिविल सेवा परीक्षा के लिए कई वर्षों से इंतजार कर रहे हजारों अभ्यर्थियों का इंतजार खत्‍म हो गया है। जेपीएससी ने वर्ष 2017, 2018, 2019 और 2020 के लिए एक साथ परीक्षा की घोषणा कर दी है। कुल 252 पदों के लिए संयुक्त सिविल सेवा परीक्षा से बहाली होगी। लेकिन इस बार जेपीएससी के कुछ नियम-शर्ते अभ्‍यर्थियों पर भारी पड़ सकते हैं। नये नियम के तहत परीक्षा में शामिल होने के लिए आवश्यक योग्यता आवेदन भरने की अंतिम तिथि 15 मार्च 2021 तक ग्रेजुएट होना है। परीक्षा में शामिल होने के लिए अवसर की सीमा की बाध्यता खत्म कर दी गई है। 

एक से अधिक जीवित पत्नी या पति हैं तो अयोग्य  
नये नियम के मुताबिक वैसे पुरुष या महिला अभ्यर्थी जिनके एक से अधिक जीवित पत्नी या पति हैं वे इस परीक्षा में शामिल होने के पात्र नहीं हैं। इस बार की संयुक्त सिविल सेवा परीक्षा में एससी, एसटी, पिछड़ा वर्ग तथा अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लिए कट ऑफ मार्क्स की बाध्यता खत्म कर दी गई है। आयोग ने दो मई को प्रारंभिक परीक्षा की संभावित तिथि भी तय की है, जबकि सितंबर माह के चौथे सप्ताह से मुख्य परीक्षा शुरू हो सकती है। यह परीक्षा हाल ही में गठित संयुक्त सिविल सेवा परीक्षा नियमावली के प्रविधानों के तहत होगी।

न्यूनतम आयु 21 वर्ष और अधिकतम आयु 35 वर्ष निर्धारित  
न्यूनतम आयु 21 वर्ष तथा अधिकतम आयु 35 वर्ष निर्धारित की गई है। हालांकि आरक्षित श्रेणी के अभ्यर्थियों को अधिकतम आयु सीमा में छूट दी गई है। इसके तहत अत्यंत पिछड़ा वर्ग तथा पिछड़ा वर्ग के लिए अधिकतम आयु की सीमा 37 वर्ष, महिलाओं के लिए 38 वर्ष, अनुसूचित जाति व जनजाति के लिए 40 वर्ष निर्धारित है।   
अधिकतम आयु सीमा की गणना में छूट जेपीएससी परीक्षा में शामिल होनेवाले अभ्यर्थियाें की न्यूनतम आयु सीमा की गणना एक मार्च 2021 तथा अधिकतम आयु सीमा की गणना एक अगस्त 2016 हाेगी। चूंकि यह परीक्षा कई वर्षों बाद हो रही है, इसलिए इसमें अधिकतम आयु सीमा में छूट दी गई है।