द फॉलोअप टीम, रांची:
कोरोना माहमारी ने वैसे ही लोगोंं की आमदनी छीन ली है। देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गयी है। ऐसे में सबसे ज्यादा नुकसान उन गरीब दुकानदारों को हुआ है जो लोगोंं रोज कमाने खाने वाले होते है। वहीँ आज रिम्स परिसर में दर्जनों की तादाद में फुटपाथ पर दुकान लगाकर अपने परिवार का भरण पोषण करने वाले दुकानदारों पर नगर निगम ने अपना डंडा चलाया है। जो लोग फुटपाथ पर दूकान लगा रहे थे 23 दिसंबर को उनकी दुकान को इंफोर्समेंट की टीम ने को हटा दिया था। दुकानदार बेरोजगार हो गए हैं और आर्थिक संकट से जूझ रहे है।
डिप्टी मेयर ने दिया आश्वासन
झारखंड फुटपाथ दुकानदार संघ के अध्यक्ष जितेंद्र ने कहा कि रिम्स के फुटपाथ दुकानदारों की समस्याओं को मेयर और डिप्टी मेयर के साथ साझा किया। उन्होंने मांग किया कि इन्हें पुनः दुकान लगाने की अनुमति दी जाए नहीं तो कोई ऐसा जगह बताया जाए जहां पर रिम्स के फुटपाथ दुकानदार अपनी दुकान को लगा सके इसपर डिप्टी मेयर ने आश्वासन दिया था कि जल्द ही फुटपाथ दुकानदारों के लिए जगह दी जाएगी। अध्यक्ष जितेंद्र ने कहा कि यदि उन्हें दुकान लगाने की इजाजत नहीं दी जाती है तो जोरदार आंदोलन किया जाएगा।
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दुकानदारों का कहना है हम टैक्स भरने को है तैयार
चाय बेचने वाले किशन मिश्रा ने कहा कि झारखंड फुटपाथ दुकानदार संघ का हमें साथ मिला है।रिम्स परिसर में दवाई दुकान के पास का जमीन खाली है, जहां हमें दुकान लगाने की इजाजत दी जाए। उन्होंने कहा कि सरकार का जो टैक्स होगा उसे हम सभी रिम्स के फुटपाथ दुकानदार भुगतान करने के लिए तैयार है। वहीँ एक दूकानदार सुनीता देवी कहतीं है कि 1 महीने से भी अधिक समय हमें हटाए हुए हो गया है। इतने दिनों में आमदनी का साधन खत्म हो चुका है और अब परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहा है।