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आगामी बजट को लेकर झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने किया प्रेस कांफ्रेंस,कहा क्रांतिकारी बजट का बेसब्री से इंजजार

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द फॉलोअप टीम, रांची: 
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी को आने वाले बजट का बेसब्री से इंतजार है। केंद्रीय वित्तमंत्री डॉ. निर्मला सीतारमण ने यह दावा किया है कि 2021 का बजट ऐसा होगा, जो पिछले सौ सालो में कभी नहीं देखा गया है। इस पर कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और डॉ राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि ऐसे बजट का हमे बेसब्री से इंतजार है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि बजट से सबसे ज्यादा उम्मीद टैक्स में छूट पाने की रहती है। जब से जीएसटी काउंसिल बना है, तब से वस्तु और सेवाओं के दाम बढ़ाने, घटाने का काम काउंसिल ही करती है, तो लोगों की उत्सुकता आयकर के स्लैब में बदलाव को लेकर रहती है। बजट ऐसा बनना चाहिए की आम लोगो को सहायता हो सके।  

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मानक कटौती की सीमा बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दिया जाए : लाल किशोर नाथ शाहदेव 
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि मानक कटौती अभी 50 हजार रुपये मिलती है,यानि आपकी जो इनकम होती है, उसमें 50 हजार काटने के बाद बची राशि पर टैक्स लगता है। इसलिए मानक कटौती की सीमा बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया जाए। इसके अलावा सीनियर सिटीजन जो बैंक या पोस्ट ऑफिस में फिक्सड डिपाजिट करते है, उनको अभी 50 हजार ब्याज से मिलने वाली आय की छूट है, जबकि वरिष्ठ नागरिक जो ब्याज से मिलने वाली आय पर निर्भर रहते हैं, उनके लिए यह छूट बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया जाए।

गरीबों से छीन ली गयी है रोजी रोटी: राजेश गुप्ता छोटू 
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजेश गुप्ता छोटू का कहना है कि कोरोना महामारी के कारण प्रतिदिन कमाने खाने वाले गरीब आदमी, जिनका कोई संगठित आय नहीं है, उनकी रोजी रोटी छीन गई है। ऐसे लोगों को नगद कैश देना होगा तभी बजट क्रांतिकारी होगा। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने हमेशा आगाह किया है कि आने वाले छह महीने तक गरीबों के खाते में नगद पैसा देकर ही जन जीवन सामान्य हो सकता है। वरना जिस तरह 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज भी जुमला बन कर रह गया, उसी प्रकार कल आने वाला बजट भी जुमले की भेंट ना चढ़ जाऐ। देश का नौकरीपेशा, निम्न मध्यम वर्गीय परिवार और मध्यम वर्गीय परिवार राहतों की उम्मीद कल की बजट से लगाये बैठा है, जिसपर वित्त मंत्री को खरा उतरना होगा।