द फॉलोअप टीम, रांची:
प्यार और नफरत के पेंडुलम ने आखिर चान्हो के चटवल की लड़की सूफिया परवीन की जान ले ली। पुलिस की मानें तो सूफिया वही लड़की है, जिसका सिरकटा धड़ ओरमांझी के पास जंगल में मिला था। उसकी योनी तक क्षत-विक्षत कर दी गई थी। दसवें दिन पुलिस ने उसके सिर को चंदवे के एक खेत से बरामद किया। सबूत छुपाने के लिए कातिल ने उसे खेत में गाड़ दिया था। इस दुर्दांत कथा के केंद्र में चंदवे के शेख बिलाल का नाम कल उभरकर सामने आया था। पुलिस ने चंदवे, हुरहुरी, लोदमा और चटवलसे कई लोगों को हिरासत में लिया था। आज बिलाल की पत्नी और बेटे से गहन पूछताछ की गई, तो कहानी की क्रूरता का पता चला।
एक फूल दो माली वाले पुराना मुहावरा का सच
ओरमांझी के जंगल से 3 जनवरी को मिली सिरकटी लाश को देखने के लिए चटवल गांव के मजदूर मोहम्मद कुतुबुददीन और राबिया दो दिन पहले रिम्स पहुंचे थे। पैर में काला धागा और जले पैर को देख आशंका व्याक्त की थी, कि डेढ़-दो माह से गायब उनकी बेटी सूफिया परवीन का शव लगता है। इसके बाद पुलिस ने मां-बाप का डीएनए जांच के लिए भेजा था। इधर, सूफिया के मां-बाप और भाई तबरेज ने पुलिस को जानकारी दी थी कि सूफिया ने 10 माह पहले बलसोगरा गांव के खालिद नामक लड़के से प्रेम विवाह किया था। खालिद की दूसरी शादी थी। दो माह पहले वो मायके आई और कुछ ही दिनों में अचानक गायब हो गई। बिलाल से सूफिया की दोस्ती थी। हालांकि एक साल से इनके बीच झगड़ा चल रहा था। लेकिन गांववालों का कहना है कि खालिद को छोड़कर वो बिलाल के साथ रहने लगी थी। खबर यह भी मिली कि बिलाल आर्म्स एक्टज के तहत जेल भी गया था। उसे शक था कि सूफिया ने ही पुलिस को इस संबंध में शिकायत की थी। इसी वजहकर उसे जेल की सजा भुगतनी पड़ी। इसी बात को लेकर बिलाल अंदर-अंदर सूफिया से चिढ़ता था, जबकि वो उसके प्यार में दीवानी हो गई थी।