द फ़ॉलोअप टीम
साम्य यानी समानता शब्द से ही साम्यवाद बनता है। हिंसा के मार्ग पर आरंभ हुआ नक्सलवाद भी दमित और पीडि़त का हिमायती रहा है। लेकिन यह सब कहने की पुरानी बात हो गई है। मजूदरों के शोषण के खिलाफ आवाज बुलंद करने वालों का ढोंग चतरा जिले के प्रतापपुर थाना के पथरा गांव में आकर खुल जाता है। चाय और पकौड़ी बेचकर किसी तरह नरेश प्रजापति के घर का चूल्हा जलता है। लेकिन पीएलएफआई ने उनसे ही पांच लाख रुपये की लेवी मांग ली है। वो 29 नवंबर की सुबह अपनी दुकान पर पीएलएफआई के लेवी वाले पर्चा चिपका देख दंग रह गए। पैर कांपने लगे। क्योंकि लेवी नहीं देने और पुलिस को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई है। बाद में फोन पर भी पांच लाख रूपये की मांग की गई। धमकी देने वाले व्यक्ति ने अपना नाम सौरभ यादव बताया है।
डरा हुआ है पूरा परिवार
पीड़ित व्यक्ति ने प्रतापपुर थाना को इसकी लिखित सूचना दी है। साथ ही सुरक्षा की गुहार लगाई है। नरेश ने आवेदन में बताया है कि वह चाय और पकौड़ी बेचकर अपना घर चलाता है। पीएलएफआई के नाम पर मिल रही धमकी से नरेश का पूरा परिवार डरा हुआ है। इस मामले में पुलिस ने धमकी देने वाली की तलाश शुरू कर दी है।
लेवी वसूलने की बढ़ी है घटनाएं
हाल के दिनों में ऐसे कई मामले सामने आये हैं, जिसमें नक्सली संगठन के नाम पर लेवी मांगी जा रही है। नेताओं, बिजनेस मैन और डॉक्टरों के बाद चाय वालों तक के साथ ऐसे मामले काफी चिंताजनक है। हालाँकि, कई मामलों में यह पाया गया है कि नक्सली संगठन के नाम पर बदमाश इस तरीके से डर फैलाने की कोशिश करते हैं।