द फॉलोअप टीम, गया:
लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा शनिवार को उदयाचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के बाद ही संपन्न हो गया, वहीं गया सेंट्रल जेल में भी छठ पूजा का समापन बेहद उत्साह भरे माहौल में हुआ। गया सेंट्रल जेल में 14 महिला बंदी और दो पुरुष बंदी इस बार छठ पूजा कर रहे थे। छठ पूजा को लेकर जेल अधीक्षक और उपाधीक्षक के द्वारा बेहतर इंतजाम किए गए थे। जेल परिसर में ही अस्थाई कुंड का निर्माण कराया गया था, जहां छठव्रती महिला और पुरुष बंदियों ने उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पण किया।
महिला-पुरुष बंदियों के बीच पूजन सामग्री बंटी
गया सेंट्रल जेल परिसर में लाउडस्पीकर से छठ के लोकगीत बज रहे थे, वहीं धार्मिक वातावरण में बंदियों के बीच काफ़ी खुशी देखी जा रही थी। छठ महापर्व को लेकर जेल अधीक्षक विजय कुमार अरोड़ा, जेल उपाधीक्षक द्वारा छठ का व्रत कर रहे महिला-पुरुष बंदियों के बीच साड़ी व अन्य वस्त्र, सूप, दउरा, फल पूजन की सामग्री के अलावा छठ व्रत की जरूरतों की सामग्रियों का वितरण किया गया।
जेल परिसर में ही अस्थाई कुंड बना
जेल अधीक्षक विजय कुमार अरोड़ा ने बताया कि जेल परिसर में ही अस्ताचलगामी और उदयाचलगामी भगवान सूर्य को व्रती अर्घ्य दिया। जिसके लिए अस्थाई कुंड बनाया गया था। कोरोना महामारी की गाइडलाइन का भी पूरी तरह से पालन किया गया। छठ पर्व को लेकर जेल में काफ़ी भक्ति का माहौल कायम रहा।