द फॉलोअप टीम, पलामू:
झारखंड के पलामू जिला स्थित सुआ और कौड़िया पंचायत बीते 1 माह से मौत की आहट से भयभीत है। इन दोनों पंचायतों में बीते 1 महीने में 23 लोगों की मौत हो चुकी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि मरने वाले तमाम लोगों में कोविड जैसे लक्षण थे। सुआ पंचायत में 9 लोगों की मौत हो गई जबकि कौड़िया पंचायच में 14 लोगों की मौत हो चुकी है। इन मौतों से इलाके में दहशत है।
टीबी और कैंसर की बीमारी से हुई है मौत
इस पूरे मसले पर पलामू के उपायुक्त ने कहा कि 1 महीने में सूआ पंचायत में नौ लोगों की मौत हुई है वहीं कौड़िया में 14 लोगों ने जान गंवाई है। उपायुक्त का कहना है कि सभी लोगों की मौत कोरोना से नहीं हुई है। उनका कहना है कि कुछ मौतें प्राकृतिक थी। कुछ मामलों में मृतक टीबी या कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रहे थे। उपायुक्त ने बताया कि मृतकों में से केवल 2 लोगो कोविड पॉजिटिव थे।
ग्रामीण इलाकों में कोरोना काफी चिंताजनक
गौरतलब है कि झारखंड के कुछ जिलों में ग्रामीण इलाकों में कोरोना का प्रवेश चिंताजनक है। स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट बताती है कि बीते 24 घंटे में झारखंड में कोरोना के 2 हजार 151 मरीज मिले हैं। इस बीच 46 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य में अब तक 38 लाख 40 हजार 240 लोगों ने वैक्सीन लगवाई है। झारखँड में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 24 हजार 499 तक पहुंच गयी है।
ग्रामीण इलाकों में जागरूकता का अभाव
लातेहार, गुमला और लोहरदगा सहित कई जिलों में ग्रामीण इलाकों में लोगों में कोरोना महामारी को लेकर जागरूकता का अभाव है। बीते दिनों ग्रामीण इलाकों में कोरोना जांच के लिए गई टीम के साथ बदसलूकी की खबरें भी सामने आई है। ग्रामीणों में वैक्सीनेशन को लेकर भी कई भ्रांतियां हैं। लोगों का मानना है कि वैक्सीन लगवाने से उनकी जान चली जायेगी। राज्य सरकार ने पदाधिकारियों से कहा कि वैक्सीनेशन को लेकर जागरूकता फैलाई जाये।