द फॉलोअप टीम, गुमला:
झारखंड का गुमला जिला इन दिनों एक अजीब सी वजह से चर्चा में है। मिली जानकारी के मुताबिक यहां बीते 47 दिनों में 19 लोगों ने आ'त्मह'त्या कर ली है। आ'त्मह'त्या करने वाले अधिकांश लोग युवा हैं। कहा जा रहा है कि मानसिक तनाव सु'साइड का मुख्य कारण बन रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक बीते 3 नवंबर से 20 दिसंबर के बीच जिले में 19 लोगों ने सु'साइड कर लिया है।
सु'साइड करने वाले अधिकांश युवा
गौरतलब है कि बीते 47 दिनों में जिन 19 लोगों ने सु'साइड किया है उनमें 13 युवा है। 6 लोग अधेड़ या वृद्ध थे। आ'त्मह'त्या करने वालों में पालकोट से 6, बिशुनपुर में 2, गुमला में 2, रायडीह में 2, घाघरा में 2, डुमरी में 2 और बसिया प्रखंड का 1 व्यक्ति शामिल है। कहा जा रहा है कि अधिकांश मामलों में आ'त्मह'त्या का कारण घरेलु विवाद रहा है। पुलिस फिलहाल सभी मामलों की जांच कर रही है।
अधिकांश ने फां'सी लगाकर दी जा'न
सिलसिलेवार ढंग से देखें तो 3 नवंबर को बिशुनपुर के गोबरसेला गांव की सरस्वती देवी ने घर में फां'सी लगाकर आ'त्मह'त्या कर ली। 4 नवंबर को कामडारा थानाक्षेत्र अंतर्गत टोलेगाटोली के 55 वर्षीय कैरा टोपना ने फां'सी लगाकर जा'न दे दी। 4 नवंबर को गुमला थाना के हरकुटोली के दलेश्वर सिंह ने घरेलु विवाद के बाद आ'त्मह'त्या कर ली। 9 नवंबर को कामडारा थानाक्षेत्र अंतर्गत बाकूटोली के 58 वर्षीय महेंद्र साहू ने फां'सी लगा ली। 9 नवंबर को डुमरी के चिरैया गांव निवासी 17 वर्षीय कृपादानी तिग्गा ने घर में फां'सी लगा ली। 16 नवंबर को रायडीह थानाक्षेत्र अंतर्गत सिकोई के 22 वर्षीय सुजीत कुजूर ने फां'सी लगाकर आ'त्मह'त्या कर ली।
आ'त्मह'त्या करने की क्या रही होगी वजह!
गौरतलब है कि सोशल मीडिया से इस युग में लोगों ने लोगों से बात करना कम कर दिया है। लोगों ने मोबाइल में सोशल मीडिया तक अपनी दुनिया सीमित कर ली है। लोग खेल-कूदना, हंसना, लोगों से बात करना या परिवार के साथ वक्त बिताना बंद कर चुके हैं। भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग इतने व्यस्त हो गये हैं कि भारी मानसिक तनाव का सामना कर रहे हैं जो आखिरकार आ'त्मह'त्या के रूप में सामने आ रहा है। चिकित्सकों का कहना है कि लोगों को परिवार के साथ वक्त बिताना चाहिये।