द फॉलोअप टीम, दिल्ली:
दिल्ली वालों के लिए जरूरी और थोड़ी चौकाने वाली खबर है। कल से ढेड़ महीने तक शराब की दुकाने बंद होने वाली हैं। दिल्ली में नई आबकारी नीति लागू होने बाद से बहुत कुछ बदलने वाला है। 1 अक्टूबर से शराब की सभी प्राइवेट दुकानें 45 दिनों तक बंद रहेंगी। सिर्फ सरकारी शराब की दुकानें ही खुलेंगी। ऐसे में दिल्ली में शराब की किल्लत हो सकती है। दिल्ली में शराब की दुकानों पर लंबी लाइन लग रही है। शराब आउट ऑफ स्टॉक होने की स्थिति में है। जो दुकानें बंद रहेंगी, वे दिल्ली की कुल शराब दुकानों का करीब 40 फीसदी है।
जानिए कल से क्या बदल रहा है?
नई नीति का उद्देश्य ग्राहक के अनुभव में सुधार, शराब माफिया की सफाई और चोरी को समाप्त करके शराब के कारोबार में सुधार करना है। सरकार शहर भर में शराब की दुकानों को 32 क्षेत्रों में विभाजित करके समान वितरण करवाना चाहती है। खुदरा विक्रेता 17 नवंबर से एमआरपी दरों पर बेचने की जगह प्रतिस्पर्धी माहौल में शराब का बिक्री मूल्य तय करने के लिए स्वतंत्र होंगे। MRP का निर्धारण आबकारी आयुक्त एक मैथेमेटिकल फ़ॉर्मूले और परामर्श के आधार पर करेंगे। नई आबकारी नीति से दिल्ली सरकार को ₹10,000 करोड़ का राजस्व मिलने की उम्मीद है। सरकार ने कहा है कि शराब बेचने या परोसने की उम्र दिल्ली में भी बाकी राज्यों की तरह ही होनी चाहिए।
वॉक-इन के अनुसार डिजाइन होगी दुकानें
दिल्ली में शराब की हर दुकान अब वॉक-इन के अनुसार डिजाइन की जाएगी। हर दुकान में दुकान के अंदर और बाहर सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे और रिकॉर्डिंग कम से कम एक महीने की होगी। बार को लाइसेंस लेने से पहले कई लाइसेंस प्राप्त करने की आवश्यकता को समाप्त हो सकती है। इसके बजाय, बार लाइसेंस प्राप्त करने के लिए फायर एनओसी एकमात्र अनिवार्यता हो सकती है। परिसर के अंदर शराब परोसने की अनुमति इस शर्त के साथ दी जाएगी कि शराब परोसने वाला क्षेत्र सार्वजनिक न हो।
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