द फॉलोअप टीम, भागलपुर
बिहार के भागलपुर में सैनो पंचायत है। जिसके मुखिया भैरो यादव हैं। उनपर बड़ा आरोप लगा है। जगदीशपुर थाना क्षेत्र के कोला नारायणपुर में प्रदीप यादव को पेड़ से बांध कर उनके सामने ही उनके 25 वर्षीय बड़े बेटा शेखर यादव को इतना पीटा गया कि अस्पताल ले जाने के दौरान ही उसने दम तोड़ दिया। मामला एक रास्ते को लेकर बताया गया है। प्रदीप की जमीन से मुखिया जबरदस्ती रास्ता लेने पर अड़ा था। जान से मारने की धमकी भी पिता-पुत्र को मिलती रहती थी। दूसरा कारण चुनाव का भी पता चला है। जिसमें प्रदीप के परिवार ने मुखिया को वोट नहीं दिया था।
छोटा बेटा बोला, खजूर के पेड़ से बाबूजी को बांध दिया था
प्रदीप के छोटे बेटे मनीष यादव ने बताया, मायागंज से हम भैया और बाबूजी के साथ शनिवार को घर लौट रहे थे। बीच रास्ते में मुखिया ने हम तीनों को घेर लिया। बाबूजी को खजूर के पेड़ से बांध दिया। हम दोनों भाई को पीटने लगे। हम किसी तरह घर भागे। जब लोगों के साथ वहां पहुंचे तो भैया अधमरा हो चुके थे। सभी भाग चुके थे। जल्दी भैया को लेकर मायागंज अस्पताल दौड़े, तबतक उनकी सांस उखड़ चुकी थी।
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पहले मां और छोटे बेटा को भी पीटा था
मीडिया के मुताबिक 15 नवंबर को प्रदीप के छोटे बेटे मनीष और पत्नी रेखा देवी के साथ भी मुखिया के लोगों ने मारपीट की थी। मनीष का हाथ टूट गया, जिसका बैंडेज बदलवा कर ही शनिवार को पिता पुत्र गांव मायागंज से लौट रहे थे। प्रदीप यादव कहते हैं कि मुखिया चुनाव में उनके घर से उन्हें वोट नहीं पड़ा था। इसी बात की खुन्नस मुखिया जब तब नकिालते रहते हैं।
पुलिस कर रही हर बिंदु पर जांच
जगदीशपुर थानेदार का कहना है कि पुलिस मामले से जुड़े हर बिंदु पर जांच कर रही है। दरअसल दोनों पक्ष अपने-अपने ढंग से मामले को बता रहा है। लोग भी अलग-अलग कहानी सुना रहे हैं। पूरी जांच के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा। इधर, मुखिया भैरो ने सभी आरोप को खारिज कर दिया। कहा कि शराब के नशे में सड़क हादसे का शिकार हुआ है युवक।