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सीएम ने सिदो-कान्हू के वंशज रामेश्वर उरांव की मौत की जांच सीबीआई से कराने की मंजूरी दी

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द फॉलोअप टीम, रांची 
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने शनिवार को झारखंड के अमर शहीद सिदो-कान्हू के वंशज रामेश्वर उरांव की मौत की सीबीआई जांच कराने की मंजूरी दे दी। सीएम ने रामेश्वर उरांव की मौत की घटना कैसे घटी और कहीं उनकी हत्या तो नहीं कर दी गई? सीएम ने इसकी जांच सीबीआई से कराने के प्रस्ताव पर अपनी सहमति दी है।

सीबीआई की जांच की मांग उठ रही थी 
बता दें कि रामेश्वर उरांव की मौत 12 जून 2020 को हुई थी। हत्या की जांच सीबाआई से कराने के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों द्वारा यह मांग की जा रही थी कि इसकी सीबीआई से जांच करायी जाए। इसके बाद सीएम ने इस मामले में अपना आदेश जारी कर दिया है। इस संबंध में पुलिस महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक ने घटना की सीबीआई जांच के लिए सीएम के अनुमोदन का प्रस्ताव भेजा था। बता दें कि यह घटना साहेबगंज के बरहेट थाना कांड सं. 97-2020, 17 जून 2020, धारा 302 के तहत दर्ज है। इस मामले का उदभेदन भी पुलिस ने किया है। 

जुलाई में सीएम से मिला था रामेश्वर का परिवार
उल्लेखनीय है कि जुलाई में हेमंत सोरेन से वीर शहीद सिदो-कान्हू के वंशजों ने रामेश्वर मुर्मू की मौत की सीबीआई जांच कराने का आग्रह मुख्यमंत्री से किया था। सीएम से कहा गया  था कि रामेश्वर उरांव सुनियोजित हत्या है। इसपर सीएम ने विचार करने कर निर्णय लेने का भरोसा दिलाया था। 

हत्या का आरोपी सद्दाम अंसारी कर चुका है सरेंडर 
आपको बता दें कि 12 जून, 2020 को वीर शहीद-सिदो कान्हू की छठवीं पीढ़ी के वंशज रामेश्वर मुर्मू की हत्या हो गयी थी। 13 जून की सुबह गांव के बाहर रामेश्वर मुर्मू का शव मिला था। साहिबगंज के भोगनाडीह में हुई इस हत्या को लेकर लोग काफी गुस्से में थे। इस बीच पुलिस की दबिश के बाद आरोपी सद्दाम अंसारी ने 24 जून को साहिबगंज अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया था। इसके बाद भी राज्य की विपक्षी पार्टियां सीबीआई जांच, मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी और उनके तीनों बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाई की मांग कर रहे थे।

सीएम ने जांच का दिया था आश्वासन
इसके अलावा आदिवासी सेंगेल अभियान के कार्यकर्ताओं ने भी राज्यपाल से इस हत्याकांड की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की थी। इस संबंध में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने साफ किया था कि किसी भी स्तर से जांच कराने से राज्य सरकार कभी पीछे नहीं हटेगी। राज्य सरकार की ओर से मृतक रामेश्वर मुर्मू के बच्चों को पढ़ाने तथा भरण-पोषण की व्यवस्था की गयी है। उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी दिलाने की व्यवस्था भी की जायेगी।