लखनऊ:
योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) आज शाम 4 बजे लगातार दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। गुरुवार को लखनऊ के लोकभन (Lucknow Lok Bhavan) में आयोजित विधायक दल की बैठक में योगी आदित्यनाथ को नेता चुन लिया गया। गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) इस दौरान वहां मौजूद थे।
बता दें कि योगी के शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी और तमाम केंद्रीय मंत्री सहित सभी बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री (BJP ruled state Chief Minister) और नेता भाग लेंगे। बीजेपी ने विपक्ष को भी न्योता भेजा है।
लखनऊ में शाम 4 बजे होगा समारोह
दैनिक भास्कर में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार को लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी स्टेडियम (Atal Bihari Vajpayee Stadium) में योगी आदित्यनाथ के साथ कुल 45 मंत्री शपथ लेंगे।
कहा जा रहा है कि 22 पुराने मंत्रियों को दोबारा मौका दिया जाएगा। 23 नये चेहरों को मौका मिला। इस बार भी 2 उपमुख्यमंत्री बनाए जाएंगे। कहा जा रहा है कि कि इसमें पहला नाम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) का है जो सिराथू सीट से चुनाव हार गये थे। दूसरे डिप्टी सीएम के रूप में बृजेश पाठक (Brijesh Pathak) के नाम की खूब चर्चा है।
योगी मंत्रिमंडल में 45 मंत्री होंगे शामिल
गौरतलब है कि योगी मंत्रिमंडल में अधिकतम 60 मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है लेकिन फिलहाल 45 लोगों को ही मंत्री बनाया जा रहा है। सियासी गलियारों में चर्चा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव (2024 Lok Sabha elections) के समय जरूरत के हिसाब से जातीय समीकरण को देखते हुए इसमें फेरबदल किया जा सकता है। रिपोर्ट्स कहती हैं कि मंत्रियों के चुनाव में उनके प्रोफेशन और शैक्षणिक योग्यता को वरीयता दी जा रही है ताकि आम जनता में सकारात्मक संदेश जाये।
हालिया चुनाव में बीजेपी ने सत्ता में वापसी की
बता दें कि हालिया संपन्न यूपी विधानसभा चुनाव (UP assembly elections) में बीजेपी गठबंधन ने प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों में से 273 पर जीत हासिल की। भारतीय जनता पार्टी को इसमें से 255 सीटों पर जीत मिली। सहयोगी अपना दल ने 12 और निषाद पार्टी ने 6 सीटों पर जीत हासिल की। 2017 के विधानसभा चुनाव में इस गठबंधन ने 312 सीटों पर जीत हासिल की थी।
सीटों के लिहाज से जरूर नुकसान हुआ लेकिन कोरोना महामारी, महंगाई, महिला सुरक्षा जैसे कई मुद्दों को लेकर सत्ता विरोधी लहर जैसी चुनौती का सामना कर सत्ता में वापसी करना बड़ी बात थी। बीजेपी ने ये किया।