द फॉलोअप डेस्क
वर्किंग वुमेन्स फोरम, इंडियन कोऑपरेटिव नेटवर्क फॉर वुमन (WWF-ICNW) ने डॉ. नंदिनी आज़ाद के नेतृत्व में संयुक्त राष्ट्र सामाजिक विकास आयोग के 63वें सत्र के तहत एक इवेंट का आयोजन किया। यह तीसरी बार था जब यह कार्यक्रम भारत में हुआ। इस कार्यक्रम में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए सहकारी समितियों की भूमिका पर चर्चा की गई। खासकर, महिलाओं के नेतृत्व में निर्णय प्रक्रिया और निर्माण क्षेत्र में उनकी भागीदारी बढ़ाने पर जोर दिया गया। वित्तीय समावेशन, लैंगिक समानता और आर्थिक सशक्तिकरण जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। इस वैश्विक कार्यक्रम में ब्राज़ील, दक्षिण अफ्रीका, ताइवान, मिस्र और भारत के विभिन्न राज्यों से 300 से अधिक महिला श्रमिकों ने भाग लिया।
इस आयोजन को कई प्रमुख वैश्विक संगठनों का समर्थन प्राप्त था, जैसे ब्राजील सरकार, कैरीकॉम, और वर्ल्ड फार्मर्स ऑर्गनाइजेशन। इन संस्थाओं ने महिलाओं की सहकारी समितियों में बढ़ती भूमिका को स्वीकार किया।
डॉ. नंदिनी आज़ाद ने कहा, "यह कार्यक्रम महिलाओं द्वारा सहकारी समितियों के माध्यम से सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन को आगे बढ़ाने की गति को दिखाता है। वैश्विक समर्थन के साथ हम इन आंदोलनों को और मजबूत कर सकते हैं और महिलाओं को वह संसाधन और अवसर दे सकते हैं जिनकी वे हकदार हैं।"
इस कार्यक्रम में महिलाओं की सहकारी समितियों में भागीदारी बढ़ाने, वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने और सतत विकास के लिए नीतियां बनाने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में, डॉ. एच.एस. पद्मश्री जया अरुणाचलम वूमन माइक्रो एंटरप्रेन्योर एक्सीलेंस अवार्ड्स की घोषणा की गई। इन पुरस्कारों को दक्षिण भारत के तीन राज्यों में छह महिलाओं को दिया गया, जिन्होंने अपनी सहकारी समितियों के माध्यम से अपने संगठन को मजबूत किया।
WWF-ICNW के बारे में:
वर्किंग वुमेन्स फोरम – इंडियन कोऑपरेटिव नेटवर्क फॉर वुमन (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ-आइसीएनडब्ल्यू) एक प्रमुख संगठन है जो महिलाओं को वित्तीय समावेशन, कौशल विकास और नेतृत्व प्रशिक्षण के माध्यम से सशक्त बनाने के लिए काम करता है। पिछले कई दशकों से यह संगठन भारतभर में हजारों महिलाओं के जीवन को बदलने का काम कर रहा है।