डेस्क:
कोरोना की संभावित चौथी लहर को लेकर मुख्यमंत्री के साथ वर्चुअल मीटिंग के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर भी बात की। प्रधानमंत्री ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से उत्पन्न परिस्थितियों की वजह से वैश्विक सप्लाई चेन प्रभावित हुआ है। इस माहौल की वजह से चुनौतियां बढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि राज्यों और केंद्र सरकार को बेहतर तालमेल और समन्वय के साथ काम करना होगा ताकि समस्याओं का समाधान तलाशा जा सके।
केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी कम की थी
मीटिंग में प्रधानमंत्री ने बताया कि पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमत के बोझ को कम करने के लिए केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में कमी की थी। केंद्र ने नवंबर 2021 में ये फैसला लिया था। राज्यों से भी आग्रह किया गया था कि वे कुछ टैक्स कम करें। कुछ राज्यों ने तो अपने यहां टैक्स में कमी करके आमजन को राहत दिया लेकिन कुछ राज्यों ने अपने नागरिकों को इसका लाभ नहीं दिया।
पीएम ने राज्यों से टैक्स में कमी करने को कहा
प्रधानमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, तेलांगना, आंध्र-प्रदेश, केरल, झारखंड और तमिलनाडु ने केंद्र सरकार की अपील को अनसुना कर दिया। इसकी वजह से उन राज्यों के नागरिकों पर बोझ पड़ा। पीएम ने कहा कि नवंबर में जो नहीं किया, वो अब करके आम नागरिकों को राहत दें। उनको टैक्स में कटौती का लाभ प्रदान करें। केंद्र और राज्यों के बीच समन्वय हो।