द फॉलोअप डेस्क
मणिपुर (Manipur) एक बार फिर से जातीय हिंसा की चपेट में है। उग्रवादी हमले में यहां 4 लोगों के मारे जाने की खबर है। इसके बाद 5 जिलों हालात बिगड़ने के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया है। ये पांच जिले हैं थौबल, इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम, काकचिंग और बिष्णुपुर। गौरतलब है कि पिछले सप्ताह मोरेह में उग्रवादियों के साथ गोलीबारी में चार सुरक्षाकर्मी जख्मी हो गये थे। ताजा हिंसा में सुरक्षा बल के सात जवान घायल हो गये हैं। इनमें से चार पुलिस कमांडो और तीन बीएसएफ के जवान हैं। पुलिस अधिकारियों ने माना है कि सभी घायलों की हालत गंभीर है। उग्रवादियों की गोली का शिकार होने के बाद घायलों को समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका। बता दें कि मणिपुर में ताजा हिंसा नये साल के दिन यानी सोमवार से फिर से शुरू हो गयी है।
सीएम ने हमले की निंदा की
इधर, मणिपुर के सीएम बिरेन सिंह ने सुरक्षा बलों और आम शहरियों पर उग्रवादियों हमले की निंदा की है। सीएम ने लोगों से विनती की है कि वे शांति बनाये रखने में सरकार की मदद करें। साथ ही उन्होंने अपील की उग्रवादियों को पकड़ने में लोग पुलिस और सुरक्षा बलों को सहयोग करें। उन्होंने हिंसा में शामिल उग्रवादियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई के संकेत दिये हैं। बहरहाल, ताजा हिंसा से एक बार फिर से कई संवेदनशील जिलों में सुरक्षा बलों की गश्त तेज कर दी गयी है। वहीं, सबसे अधिक प्रभावित जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। सेना को अलर्ट रहने के आदेश दिये गये हैं और वाहनों की चेकिंग की जा रही हैं।
यहां से हुई हिंसा की शुरुआत
मिली खबर के मुताबिक लिलॉन्ग जिले में सोमवार को हिंसा शुरू हुई। यहां तैनात सुरक्षा बलों पर घात लगातर उग्रवादी हमले किये गये। इस हमले में सुरक्षा बलों को जवान घायल हो गये। लेकिन चार आम शहरियों की मौत उग्रवादियों की फायरिंग से हो गयी। हालांकि इसके बाद लिलॉन्ग में हालात को तेजी से काबू में कर लिया गया। लेकिन कुछ ही घंटों के भीतर यहां से शुरू हुई हिंसा की खबर बाकी के इलाकों में फैलने लगी। लोग सड़कों पर हरबे-हथियार के साथ सड़कों पर जमा होने लगे। जुलूस की शक्ल में घरों से निकले लोग केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। हालांत बिगड़ता देख पांच जिलों में कर्फ्यू लगा दिया।