रांची
बीएसएनल की हालत कैसे सुधारी जाए, यह जानने के लिए बीएसएनल ने अमरीकी कंपनी बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (बीसीजी) को 132 करोड़ रुपए का ठेका दिया। मिली खबर के मुताबिक 2018 में एक सीनियर आईएएस अफ़सर ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर आरोप लगाया था कि केपीएमजी नामक विदेशी कंसल्टिंग कंपनी बड़े अफसरों के बच्चों को बड़ी सैलरी वाली नौकरियां देकर उनसे इस तरह के ऊल जुलूल सरकारी ठेके लेती है।
बीएसएनल की हालत कैसे सुधारी जाए, यह जानने के लिए बीएसएनल ने अमरीकी कंपनी बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (बीसीजी) को 132 करोड़ रुपए का ठेका दिया.
— Rajeev Dhyani•राजीव•راجیو•ਰਾਜੀਵ•রাজীব•రాజీవ్ (@rajeevdhyani) December 30, 2024
साल 2018 में एक सीनियर आईएएस अफ़सर ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर आरोप लगाया था, कि केपीएमजी नामक विदेशी कंसल्टिंग कंपनी बड़े अफसरों के… pic.twitter.com/N189PRfwO8
बहरहाल, बीसीजी की सलाह में सबसे ख़ास यह थी, कि बीएसएनल सेवाओं की क्वालिटी में सुधार करें, 4G सर्विस अच्छी हो और खर्चा कम करने के लिए 19000 कर्मचारियों को निकाल बाहर किया जाए। कहा है कि इसके लिए अमरीकी कम्पनी को 132 करोड़ का भुगतान होगा। यह सब तो कोई भारतीय कंसल्टेंट फर्म या बीएसएनएल के अफ़सर मुफ़्त में ही बता देते।