द फॉलोअप डेस्क
उत्तर प्रदेश का प्रयागराज जिला महाकुंभ 2025 की तैयारियों में जोरों से लगा हुआ है। इस साल संगम नगरी पूरे उत्साह के साथ दुनिया भर के श्रद्धालुओं का स्वागत करने के लिए तैयार हो रही है। इस बार के महाकुंभ में लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया जा रहा है। इस विशाल आयोजन के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़े स्तर पर तैयारियां की हैं। इस अवसर पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि इस महाकुंभ से राज्य की आर्थिक स्थिति में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी।
सांस्कृतिक जड़ों को समझने का अवसर देता है महाकुंभ
इसका खुलासा योगी आदित्यनाथ ने एक सम्मेलन में किया है। योगी ने कहा कि महाकुंभ से उत्तर प्रदेश को दो लाख करोड़ रुपये तक की आर्थिक वृद्धि होने की उम्मीद जतायी जा रही है। उनका कहना है कि महाकुंभ न केवल भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करता है। बल्कि यह भारत समेत पूरी दुनिया को अपनी प्राचीन परंपराओं पर गर्व करने और सांस्कृतिक जड़ों को समझने का अद्भुत अवसर प्रदान करता है।भव्य, दिव्य और डिजिटल रूप से सुसज्जित होगा महाकुंभ
वहीं, सीएम ने इस बात पर भी जोर दिया कि इस साल का महाकुंभ भव्य, दिव्य और डिजिटल रूप से सुसज्जित होगा। उन्होंने कहा कि इस आयोजन को सफल और सुविधाजनक बनाने के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है। इसके लिए 1.5 लाख से अधिक शौचालयों का निर्माण किया गया है। साथ ही गंगा-यमुना में गंदा पानी जाने से रोकने के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है।
श्रद्धालुओं के आने से मिलता है लोकल व्यवसायों को प्रोत्साहन
सीएम योगी ने बताया कि जब श्रद्धालु प्रदेश में आते हैं, तो वे परिवहन, आवास, भोजन और अन्य सेवाओं पर खर्च करते हैं। इससे लोकल व्यवसायों को प्रोत्साहन मिलता है। साथ ही रोजगार के अवसर भी बढ़ते हैं। इस दौरान सीएम योगी ने यह भी साझा किया कि 2024 में 16 करोड़ से अधिक श्रद्धालु काशी विश्वनाथ के दर्शन करने पहुंचे। जबकि जनवरी से सितंबर 2024 तक अयोध्या में 13.55 करोड़ से अधिक लोगों ने दर्शन किए।