द फॉलोअप डेस्क
मौत से 2 दिन पहले गैंगस्टर और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की अपने भाई अफजाल अंसारी से जेल में मुलाकात हुई थी। अफजाल अंसारी ने बताया है कि काफी मिन्नत के बावजूद उनको अपने बीमार भाई से मिलने के लिए सिर्फ 5 मिनट का समय दिया गया। इस पांच मिनट के दौरान उन्होंने ध्यान दिया कि मुख्तार अंसारी की तबीयत ठीक नहीं है। इस बीच मुख्तार अंसारी ने बताया कि उनको सीने में सख्त दर्द हो रहा है। इसी के साथ अंसारी ने अफजाल से कहा था कि उनको खाने में जहर मिलाकर दिया जा रहा है। इससे उनको सांस लेने में तकलीफ हो रही है।
परिवार पहले ही जाहिर कर चुका है संदेह
बता दें कि मुख्तार अंसारी की मौत वाले दिन यानी 28 मार्च से ही उनका परिवार आरोप लगा रहा है कि जेल में अंसारी को धीमा जहर देकर मारा गया है। उनको कई दिनों से खाने में मिलाकर जहर दिया जा रहा था। यदा-कदा अंसारी ने इस बात का जिक्र जेल में उनसे मिलने आने वाले लोगों से किया था। वहीं, मुख्तार अंसारी के बेटे ने कहा है कि वे पिता की मौत के मामले को लेकर कोर्ट जायेंगे। माना जा रहा है कि कोर्ट में वे इस बाबत सबूत पेश कर सकते हैं।
सीबीआई जांच की मांग
इधर, उत्तर प्रदेश में डीजीपी रह चुके सुलखान सिंह ने कहा है कि अंसारी की मौत की जांच सीबीआई से करानी चाहिये। खान ने कहा कि ऐसे समय में जब, एक कैदी को लेकर पुलिस की भूमिका पर संदेह किया जा रहा है, तो इससे बेहतर है कि इसकी जांच सीबीआई जैसी एजेंसी करे। इससे सच्चाई पर से पर्दा हट सकेगा औऱ पुलिस की भूमिका पर शक नहीं किया जा सकेगा। कहा कि मुख्तार अंसारी राज्य की अभिरक्षा में था और उसने कोर्ट में यह आरोप लगाया था कि उसे धीमा जहर दिया जा रहा है और उसकी हत्या की जा सकती है। इसलिए इस मामले से संदेह को दूर किया जाना चाहिए। जितनी जल्दी हो सके, उतनी जल्दी यह प्रकरण सीबीआई को सौंप देना चाहिए। एक सवाल के जवाब में पूर्व डीजीपी ने कहा कि होने को कुछ भी हो सकता है।
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