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दिल्ली : उपराष्ट्रपति चुनाव में वोटिंग नहीं करेगी TMC, नाराज हैं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी

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डेस्क: 

पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने उपराष्ट्रपति चुनाव में वोटिंग नहीं करने का फैसला किया है। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग 6 अगस्त को होने वाली है। एऩडीए ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और यूपीए ने पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा राज्यपाल रहीं मारग्रेट अल्वा को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है। दरअसल, टीएमसी का कहना है कि यूपीए ने उपराष्ट्रपति पद के लिए प्रत्याशी का नाम उनसे सलाह लिए बिना ही तय कर लिया। जोकि गलत है।

 

ममता बनर्जी से राय नहीं ली गई थी! 
टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने कहा कि विपक्ष ने ममता बनर्जी की राय लिए बिना ही मारग्रेट अल्वा का नाम तय कर लिया। उनकी उम्मीदवारी की घोषणा कर दी। ऐसे में हमारे लिए उपराष्ट्रपति चुनाव में वोटिंग करना मुश्किल है। वहीं, एनडीए उम्मीदवार को समर्थन देने के सवाल पर अभिषेक बनर्जी ने कहा कि इसका तो प्रश्न ही नहीं उठता।

गौरतलब है कि हाल ही में एनसीपी प्रमुख शरद पवार  के दिल्ली स्थित आवास पर मीटिंग के बाद मीडिया से मुखातिब एनसीपी प्रमुख ने कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मारग्रेट अल्वा के नाम का ऐलान किया था। तब उन्होंने कहा था कि अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी से संपर्क नहीं हो पा रहा है। हमलोग प्रयास करेंगे कि उनका समर्थन भी हासिल करें।

 

उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले विपक्ष में दरार
गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव में यूपीए ने टीएमसी के पूर्व उपाध्यक्ष यशवंत सिन्हा को अपना उम्मीदवार बनाया था। वे इस समय एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू से बड़े अंतर से हारते नजर आ रहे हैं। द्रौपदी मुर्मू का देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति बनना तय है। इस बीच पता चला है कि राष्ट्रपति चुनाव में 17 विपक्षी सांसदों ने क्रॉस वोटिंग की। इधर, अब उपराष्ट्रपति चुनाव में भी विपक्षी एकता कहीं दिख नहीं रही है। ममता बनर्जी का ऐलान जरूर खेमे में परेशानी बढ़ाएगा।