द फॉलोअप डेस्क,बिहार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जमुई में विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। पीएम नक्सलवाद,जगंलराज को लेकर कांग्रेस और आरजेडी पर खूब बरसें। पीएम ने कहा कि 2024 का चुनाव बिहार और भारत के भविष्य के लिए काफी निर्णायक है। आज एक ओर कांग्रेस और राजद जैसी पार्टियां हैं, जिन्होंने अपनी सरकार के समय पूरी दुनिया में देश का नाम खराब किया था। 10 साल पहले कांग्रेस के राज में भारत को गरीब और कमजोर देश माना जाता था। छोटे-छोटे देश जो आंटे के लिए तरस रहे थे, उनके आंतकी देश में अशांति फैलाते थे। वहीं लालू पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग नौकरी के नाम पर जमीन लिखवा वह देश का भला कभी नहीं कर सकते हैं।
आज का भारत दूसरों से गुहार नहीं लगाता, दिशा दिखाता है
पीएम ने कहा कि कांग्रेस दूसरे देशों के पास शिकायत लेकर जाती थी। गुहार लगाती रहती थी। वहीं एनडीए सरकार जब आई तो मोदी ने कहा ऐसे नहीं चलेगा। भारत वही महान पाटलिपुत्र और मगध वाला भारत है। भारत वही चंद्रगुप्त और अशोक का भारत है। आज का भारत घर में घुस कर मारता है। आज का भारत दुनिया को दिशा दिखाता है। आज भारत दुनिया का पांचवा अर्थव्यवस्था बन चुका है। भारत जब जी 20 की मीटिंग करता है तो उसकी चर्चा पूरे विश्व में होता है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि राजद और कांग्रेस की सरकार के समय में जमुई नक्सल प्रभावित इलाका कहा जाता था। सरकारी योजना यहां नहीं पहुंचती थी। यहां नक्सली सड़कें नहीं बनने देते थे। आज एनडीए सरकार में जमुई विकास का पर्याय बन चुका है। नक्सलवाद दम तोड़ रहा है। अब इस इलाके एक्सप्रेस वे निकलेगा। नीतीश बाबू भी रेल मंत्री रहे लेकिन उनके खिलाफ कभी शिकायतें नहीं आईं। कोई सवाल नहीं उठा। घमंडिया गठबंधन की सरकार में खराब हालत वाली ट्रेनें चलती थीं। आज वंदे भारत ट्रेनें बिहार में दौड़ रही है।
जंगलराज में बेटियों को सड़कों से उठा लिया जाता था
पीएम मोदी ने कहा कि आरजेडी के जंगलराज में बेटियों को सड़कों से उठा लिया जाता था। नौकरी के नाम पर लोगों से जमीन लिखवा लिया जाता था। लेकिन हमारी सरकार ने राम मंदिर का 500 साल पुराना सपना साकार किया। आरजेडी कांग्रेस ने राम मंदिर न बने, इसके लिए पूरी ताकत लगा दी। ये लोग राम मंदिर का उपहास उड़ाते हैं, अपमान करते हैं। इन लोगों ने हर मौके पर बिहार और बिहारी गौरव का अपमान किया। कर्पूरी ठाकुर का अपमान किया। हमारी सरकार ने जब कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया तो इन लोगों ने विरोध किया। इन्होंने रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति बनाने का विरोध किया। आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति नहीं बनाने के लिए पूरी ताकत इन्होंने लगा दी थी।
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