द फॉलोअप डेस्क
मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने मतदाता सूची में हेरफेर के आरोपों को मंगलवार को खारिज कर दिया और कहा कि संपूर्ण दस्तावेज प्रदान करने, मौके पर पहुंचकर किए गए सत्यापन और संबंधित व्यक्ति को सुनवाई का मौका दिए बिना कोई नाम नहीं हटाया जा सकता है।
कुमार ने इस बात पर जोर दिया कि मतदाता सूची में नाम जोड़ने और हटाने की प्रक्रिया पारदर्शी, सख्त और इतनी मजबूत है कि उसमें मनमाफिक तरीके से कोई बदलाव नहीं हो सकते।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने मंगलवार को भारत की चुनावी प्रक्रिया की अखंडता को रेखांकित करते हुए कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) और वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) पर्चियों के माध्यम से वोटों की गिनती में एक भी विसंगति नहीं पाई गई।
कुमार दिल्ली विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा करने के लिए एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।