द फॉलोअप डेस्क:
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध के बीच रूसी वैज्ञानिकों को एक अनोखा काम सौंपा है। उन्होंने वैज्ञानिकों को जल्द से जल्द एंटी-एजिंग दवा बनाने का निर्देश दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक यह दवा पुतिन और उनके सरकार के बूढ़े हो रहे मंत्रियों के लिए बनायी जा रही है। ताकि वे अपनी उम्र को बढ़ा सकें और लंबे समय तक शासन कर सकें।
हाल ही में मॉस्को में रूसी उप प्रधानमंत्री तात्याना गोलीकोवा ने लंबी आयु और बुढ़ापे में बीमारियों को दूर रखने वाली अत्याधुनिक तकनीकों में निवेश करने की सरकारा की योजना का अनावरण किया था। इसके बाद सरकार ने वैज्ञानिकों को इस परियोजना पर काम करने का निर्देश दिया। पुतिन की इस महात्वाकांक्षी योजना के तहत रूसी सरकार एंटी एजिंग दवाई चाहती है। सरकार ने इस संदर्भ में रूसी वैज्ञानिकों को जून में ही पत्र लिख कर दवाई बनाने का आदेश दिया था। साथ ही पुतिन ने इसके लिए टारगेट भी तय किया है।
वहीं रूसी वैज्ञानिकों ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि दवाई जल्द से जल्द बनाने के लिए हम पर दबाव बनाया जा रहा है। इसके लिए समय सीमा भी काफी कम निर्धारित की गयी है। आमतौर पर किसी भी राष्ट्रीय परियोजना को तैयार करने के निर्देश से पहले विशेषज्ञों से साथ बैठक होती है। इसके बाद आदेश दिया जाता है। लेकिन इस बार ऐसा बिल्कुल नहीं है।
खबरों की मानें तो रूसी सरकार ने साल 2030 तक 175000 बूढ़ों को जवान बनाने का लक्ष्य रखा गया है। दरअसल पुतिन की उम्र को लेकर चिंता इसलिए भी है क्योंकि यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध के कारण लगातार युवा मारे जा रहे हैं। जिससे रूस में बूढ़ों की संख्या बढ़ती जा रही है। रूस की संघीय राज्य सांख्यिकी सेवा के आकड़ों के मुताबिक देश की औसत जीवन प्रत्याशा जुलाई 2023 और जून 2024 के बीच घट कर 73.24 वर्ष हो गयी है।
पिछले महीने ही एमआरसी लैबोरेटरी ऑफ मेडिकल सांइस, इंपिरियल कॉलेज लंदन और सिंगापुर में ड्यूक-एनयूएस मेडिकल स्कूल को शोधकर्ताओं ने एक ऐसी दवा की खोज की है जो बढ़ों को जवान बना सकती है। इसका ऐक्सपरीमेंट चूहे पर किया गया था। जिससे ये पाया गया कि दवाई पशुओं की आयु को लगभग 25% तक बढ़ा सकती है। हालांकि इसका ऐक्सपरीमेंट अभी इंसानों पर नहीं किया गया है। ना ही वैज्ञानिकों ने इंसानों पर ऐसी दवाइयों का उपयोग करने से क्या होगा ये बताया है।