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दिल्ली : मजबूत मोदी सरकार में कमजोर क्यों है रुपया, कौन लेगा इसकी जिम्मेदारी: शशि थरूर

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डेस्क: 

रुपया (Indian Rupee) भारतीय इतिहास में अपने सबसे निम्नतम स्तर पर है। बुधवार को रुपया, 1 डॉलर के मुकाबले 80 रुपये के पार चला गया। सरकार, अंतर्राष्ट्रीय स्थितियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रही है लेकिन विपक्ष ने केंद्र सरकार पर करारा हमला बोला है। वरिष्ठ कांग्रेसी सांसद शशि थरूर (Congress MP Shashi Tharoor) ने इसके लिए सीधे तौर पर एनडीए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी (BJP) का तो चुनावी मुद्दा यही था। अब किस आधार पर वो मजबूत सरकार होने का दावा करेगी। 

 

80 रुपया प्रति डॉलर हुआ भारतीय मुद्रा
संसद का मानसून सत्र (Parliament Monsoon Session) जारी है। संसद भवन परिसर में ही मीडिया से मुखातिब शशि थरूर ने कहा कि रूपया 80 रुपये को पार कर गया है। मोदी जी ने 2014 में इसे चुनावी मुद्दा बनाया था। वे सरकार में आते ही रुपये को मजबूत करने वाले थे। उनका कहना था कि कमजोर रुपया एक कमजोर सरकार को दिखाता है। शशि थरूर ने कहा कि बीजेपी मजबूत सरकार होने का दावा करती है तो फिर मजबूत सरकार में रुपया कमजोर क्यों है। इसकी जवाबदेही कौन लेगा। 

प्रधानमंत्री तो रुपया मजबूत करने वाले थे! 
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि जब मोदी जी (Parliament Monsoon Session) सत्ता में आए थे तो 1 डॉलर 50 रुपया के बराबर था। अब ये 80 रुपया प्रति डॉलर है। जिम्मेदारी किसकी है। जवाबदेही कौन लेगा। अब सरकार कुछ भी आयात करती है तो वो अपेक्षाकृत महंगा होता है क्योंकि रुपया नीचे चला गया है। ईंधन की कीमतें बढ़ी हैं। मूल्य वृद्धि अधिक है। जीएसटी लागू करने की वजह से आम जनता पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ बढ़ा है। शशि थरूर ने कहा कि कमजोर आर्थिक नीतियां इसके लिए जिम्मेदार है।