द फॉलोअप नेशनल डेस्क
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव के बाद नई सरकार बनाने की कवायद में जुटी बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाये। राहुल ने कहा कि एग्जिट पोल के सहारे कम से कम 30 लाख करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है। ये जनता के पैसे थे जो डूब गये। राहुल ने आगे कहा कि इसमें प्रधानमंत्री और गृहमंत्री की भूमिका की जांच होनी चाहिए। कहा, हम इसके लिए JPC (Joint Parliamentary Committee पर जांच के लिए दबाव बनायेंगे। राहुल ने आरोप लगाया कि एग्जिट पोल के दौरान प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और वित्तमंत्री आदि ने शेयर मार्केट का हवाला देते हुए लोगों को शेयर खरीदने के लिए प्रेरित किया। इसके लिए वातावरण तैयार किया। बता दें कि एक जून 2024 को लोकसभा चुनाव का एग्जिट पोल जारी होने के बाद 3 जून को स्टॉक मार्केट ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। 4 जून को नतीजे आने के बाद स्टॉक मार्केट धराशाही हो गया था। राहुल गांधी ने इसे लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है।
पीएम और गृहमंत्री ने शेयर बाजार को लेकर बयान दिया
राहुल गांधी ने आगे कहा, "चुनाव के समय प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और वित्त मंत्री ने शेयर बाजार पर टिप्पणी की और कहा कि शेयर बाजार तेजी से आगे जाएगा लोगों को शेयर खरीदना चाहिए। एक जून को मीडिया झूठा एग्जिट पोल जारी करती है। बीजेपी के अंतरिक सर्वे में 220 सीटें आ रही थी, एजेंसियों ने भी 200 से 220 सीटें बताई थी। 3 जून को स्टॉक मार्केट ने सारे रिकॉर्ड तोड़े।"
राहुल ने पूछे ये सवाल
राहुल गांधी आज प्रेस वार्ता कर सवाल पूछा, "पीएम ने जनता को निवेश करने की सलाह क्यों दी। अमित शाह ने लोगों को शेयर खरीदने के लिए क्यों कहा. क्या बीजेपी और इन विदेशी निवेशकों के बीच कोई संबंध है तो क्या है। हम इसकी जेपीसी जांच की मांग करते हैं। नरेंद्र मोदी और अमित शाह की भूमिक की जांच हो।"
अडानी का भी जिक्र किया
कांग्रेस नेता ने आग कहा, "ये मामला काफी बड़ा मामला है। ये अडानी से संबंधित है, लेकिन बहुत बड़ा मसला है। इसका सीधा संबंध प्रधानमंत्री से है। बीजेपी के बड़े पदों पर बैठे लोगों ने ये घोटाला किया है। हम जानना चाहते हैं कि उनके और एग्जिट पोल कराने वालों के बीच कोई संबंध था या नहीं। हमें लगता है कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री सीधे तौर पर इसमें शामिल हैं इसलिए हम जेपीसी जांच कराना चाहते हैं।"
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