द फॉलोअप डेस्क
यूपी के गोंडा डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस हादसे में 4 लोगों की मौत हुई है। वहीं 26 लोगों के घायल होने की जानकारी है। हादसे में एक बिहार के मजदूर की मौत हुई है। मजदूर बिहार के अररिया का रहने वाला था। पंजाब में काम करता था। वहीं से वह लौट रहा था। घर पर परिजन खुशी-खुशी अपने बेटे के लौटने का इंतजार कर रहे थे। एक फोन कॉल ने उनकी पूरी खुशी मातम में बदल दी। मजदूर के घर पर कोहराम मच गया है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
धान रोपनी के लिए पंजाब गये युवक की मौत
परिजनों ने बताया कि मृतक चार भाईयों में सबसे बड़ा था। उसी के कंधे पर घर की पूरी जिम्मेदारी थी। पैसे कमाने के उद्देश्य से पंजाब चला गया। दो महीने तक पंजाब में रहा और धान की रोपनी करके कुछ पैसे जमा करके अब अपने घर लौट रहा था, लेकिन रास्ते में ही ट्रेन हादसे में उसकी मौत हो गयी। परिजनों को वहां के स्थानीय प्रशासन के जरिये सूचना मिली। बता दें कि दो साल पहले ही सरोज की शादी हुई थी।
परिवार वालों की खुशी मातम में बदली
उसके परिवार वालों को इंतजार था कि सरोज आएगा तो कुछ पैसे भी लाएगा। बच्चे और पत्नी को इंतजार था कि उनके लिए भी सरोज कुछ जरूर लेकर आएगा। इधर सरोज भी अब अपने परिवार से मिलने की खुशी समेटे हुए ट्रेन में सफर कर रहा था। लेकिन उसके इस बात की भनक तक नहीं थी कि वो सफर अधूरा ही रह जाएगा और अब वो नहीं बल्कि उसकी लाश घर पहुंचेगी। सरोज की मौत यूपी के गोंडा में हुए ट्रेन हादस में हो गयी है। उसके घर में मातम पसरा हुआ है