द फॉलोअप नेशनल डेस्क
बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरा दबाव चक्रवाती तूफान रेमल भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है। रेमल खेपुपारा से करीब 290 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व और सागर द्वीप से 270 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व में केंद्रित है। यह आधी रात सागर द्वीप और खेपुपारा के बीच पश्चिम बंगाल और निकटवर्ती बांग्लादेशी तटों को पार करेगा। इस दौरान भारी बारिश के साथ 110 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी और उनका वेग 135 किलोमीटर प्रति घंटे तक होगा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने इस बात का अनुमान जताया है।
एक्शन मोड में पीएम मोदी
इधर, रेमल चक्रवात को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी भी एक्शन में आ गये हैं। पीएम मोदी ने चक्रवात रेमल को लेकर की गई तैयारियों की समीक्षा के लिए हुई आपात बैठक की अध्यक्षता की। बदली हुई परिस्थिति के बारे में जानकारी ली। इस दौरान उन्होंन अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये। बता दें कि रेमल तूफान की वजह से खबर लिखे जाने तक कम से कम 300 फ्लाइट्स कैंसिल की जा चुकी है। मौसम वैज्ञानिकों ने इस बारे में चेतवानी जारी करते हुए कहा है कि अगले कुछ घंटों में रेमल एक गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप धारण कर तबाही मचा सकता है।
ऊंची लहरें उठने के संकेत
एक अन्य खबर में बताया गया है कि तूफान की वजह से समुद्र में 1.5 से 2 मीटर ऊंची लहरें उठने का संकेत मिल रहा है। इन लहरों की वजह से तटीय पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के निचले इलाके डूब सकते हैं। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों ने मछुआरों को 27 मई की सुबह तक बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भाग में समुद्र में नहीं जाने का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने 26 और 27 मई को पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों जैसे दक्षिण और उत्तर 24 परगना के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। बताया है कि इन स्थानों पर तेज बारिश के साथ तूफान का असर दिखाई देगा।
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