द फॉलोअप डेस्क
गर्मियों को देखते हुए अयोध्या के राम मंदिर में विराजमान रामलला को सूती के कपड़े पहनाये गये हैं। श्री राम ट्रस्ट ने इस बाबत बताया है कि दिन-ब-दिन बढ़ते तापमान को देखते हुए रामलला को सूती कपड़े पहनाने का निर्णय लिया गया है। ट्रस्ट ने कहा है कि इससे बाल रामलला को आराम मिलेगा। मिली खबर के मुताबिक राम लला को नीले रंग के मलमल के पहनावे से सजाया गया है। बता दें कि रामलला प्राण प्रतिष्ठा के बाद से सिल्क के परिधान में थे। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों से हुई थी।
ऐसी है रामलला की प्रतिमा
बता दे कि प्रभु रामलला की मूर्ति को पत्थर से बनाया गया है। इसका वजन लगभग 150 किलोग्राम है। प्रतिमा खड़े आकार की है और इसमें प्रभु राम की 5 साल की बाल्यवस्था को दिखाया गया है। श्री राम ट्रस्ट ने बताया कि मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा से पहले इसे कई धार्मिक चरणों से गुजरना पड़ा। कई प्रकार से मूर्ति का निवास कराया गया। इसमें प्रमुख हैं, फल निवास, जल निवास, अन्न निवास, घी निवास और औषधि निवास आदि। पूजा प्रक्रिया की भाषा में इस विधान को अधिवास कहा जाता है।
इस दुर्लभ योग में हुई थी प्राण प्रतिष्ठा
बता दें कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा दुर्लभ योग में हुई थी। इस बारे में काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने बताया कि ये एक अत्यंत ही दुर्लभ योग है। ऐसा मुहूर्त सालों में एकाध बार ही मिलता है। इसमें सबसे अधिक खास बात ये थी कि इस दिन यानी 22 जनवरी को नियत समय पर 9 में से 6 ग्रह एक रेखा पर विराजमान रहे। इस दौरान गुरु ग्रह की सीधी नजर पांचवें, सातवें और नौवें स्थान पर थी। इस लिहाज से 22 जनवरी का दोपहर बजे का समय सबसे अधिक शुभ माना गया। इस दिन दोपहर 12 बजकर 30 मिनट 08 सेकेंड और 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकेंड के बीच प्राण प्रतिष्ठा की गयी।
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