द फॉलोअप डेस्क
प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir Pran Pratistha) के लिए तैयार राम मंदिर के 3 गेट को सजाने के लिए आस्ट्रेलिया (Australia) और थाईलैंड (Thailand) तक के फूल मंगाये गये हैं। आस्ट्रलिया से ड्रेसिना प्रजाति का फूल मंगाया गया है। इसकी खासियत है कि ये एक सप्ताह तक तरो-ताजा रहता है। इससे खुशबू आती रहती है और ये 7 दिन के बाद ही मुर्झाता है। वहीं, थाइलैंड से जिस फूल को मंगवाया है, उसके डंठल से भी खुशबू आती है। इसी के साथ देश के कई अन्य राज्यों से भी फूल मंगवाये गये हैं। ये राज्य हैं, कोलकाता और उत्तराखंड आदि। खबर है कि कुछ फूल दक्षिण अफ्रका के जोहान्सबर्ग से मंगाये गये हैं।
50 टन फूल और 300 कारीगर
बता दें कि राम मंदिर के अंदर और बाहर प्रभु राम की मूर्ति को गर्भ गृह तक ले जाने के लिए और अतिथियों के स्वागत के लिए कुल तीन मुख्य गेट बनाये गये हैं। तीनों गेट को बनाने के लिए 50 टन फूल का इस्तेमाल किया जा रहा है। और इसके लिए देश के अलग-अलग हिस्सों से 300 कारीगरों को बुलाया गया है। ये कारीगर गेट को आकर्षक डिजाइन के साथ तैयार कर रहे हैं। जिसमें धार्मिक आस्था और प्रतीकों की झलक दिखाई देगी। ये कारीगार दिल्ली, लखीमपुर, बहाइच और वाराणसी से अयोध्या बुलाये गये हैं। सभी कारीगर तीन शिफ्ट में कार्य करते हुए गेट को कंप्लीट करने में लगे हुए हैं।
इस मूर्तिकार ने बनाई है प्रभु राम की प्रतिमा
बता दें कि 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पीएम नरेंद्र मोद के हाथों के होनी है। इसकी सारी तैयारी पूरी हो चुकी है। राम मंदिर के लिए रामलला की इस मूर्ति को कर्नाटक प्रसिद्ध मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाया है। वहीं गुरुवार को श्रीरामलला को गर्भगृह में विराजमान करने से पहले विभिन्न संस्कार और पूजन किए गए। योगीराज कर्नाटक के रहने वाले हैं। अरुण योगीराज वर्तमान में देश में सबसे अधिक डिमांड वाले मूर्तिकार हैं। अरुण वह मूर्तिकार हैं, जिनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सराहना कर चुके हैं। अरुण के पिता योगीराज भी एक कुशल मूर्तिकार हैं। उनके दादा बसवन्ना शिल्पी को मैसूर के राजा का संरक्षण प्राप्त था।