द फॉलोअप डेस्क
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir Pran Pratistha) में शामिल होने के लिए VIP पास से लेकर प्रसाद घर तक पहुंचाने के नाम पर ठगी का सिलसिला शुरू हो गया है। शातिर अपराधी इसके लिए सोशल मीडिया और व्हाट्सएप मैसेजिंग का सहारा ले रहे हैं। लोगों को आकर्षित करने के लिए वे तरह-तरह के लालच दे रहे हैं। लोगों को ऐसे शातिर ठगों से सावधान रहने के लिए कहा गया है। हालांकि अबतक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी या प्राथमिकी दर्ज होने की खबर नहीं है। लेकिन सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले लोगों को कुछ संदिग्ध मेल और व्हाट्सएप मैसेज मिलने की खबर जरूर मिली है।
इस तरह लोगों को फांसा जा रहा है
बता दें कि 22 जनवरी को पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। लेकिन इससे पहले साइबर अपराधी सक्रिय हो गये हैं। अपराधी इसके लिए Ram Janmabhoomi Grihsampark Abhiyan.APK फाइल शेयर कर रहे हैं। मैसेज भेजकर लोगों को इस फाइल को डाउनलोड करने के लिए कहा जा रहा है। सोशल मीडिया के जानकारों का कहना है कि इस फाइल के डाउनलोड करते ही नितांत निजी जानकारी ठगों तक पहुंच सकता है। अगर वे इसका अनुसरण करते हैं तो भी उनकी ओऱ से भेजा गया पास और प्रसाद असली होगा, इसकी गारंटी देने वाला कोई नहीं है।
सीएम योगी ने ये आदेश दिया है
गौरतलब है कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में एंट्री तभी मिलेगी जब, किसी के पास राम मंदिर ट्रस्ट या सरकार की ओऱ से भेजा गया निमंत्रण पत्र होगा। इसके नहीं रहने पर अयोध्या के स्थानीय निवासी को भी समारोह में एंट्री नहीं मिलेगी। वहीं, योगी सरकार ने ये अय़ोध्या के होटल मालिकों को ये आदेश भी दे रखा है कि 22 जनवरी को ऐसे लोगों की बुकिंग को प्राथमिकता दें, जो प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए देश के कोने-कोने से अयोध्या पहुंच रहे हैं। अलग उद्देश्य से अयोध्या आने वालों की अग्रिम बुकिंग को रद्द करने का आग्रह किया गया है।